राम मंदिर भूमिपूजन में नहीं जाएंगे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद, कहा- सही समय नहीं
नरसिंहपुर। अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त को रखे जाने पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि, आधारशिला रखने का ये सही समय नहीं है, यह अशुभ घड़ी है. साथ ही उन्होंने कहा कि, यदि सरकार उन्हें हाथ जोड़कर भी बुलाएगी तो वे नहीं जाएंगे।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा, ‘हम केवल यह चाहते हैं कि, मंदिर का निर्माण ठीक से हो और आधारशिला सही समय पर रखी जाए, लेकिन यह अशुभ घड़ी है’ साथ ही उन्होंने कहा कि, रामजन्मभूमि पर मंदिर बनने जा रहा है या फिर बीजेपी- आरएसएस का ऑफिस, इसको लेकर भी जनता में संदेह है’.
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, जो राम जी को महापुरुष बताता है, उसे राम मंदिर के शिलान्यास में बुलाया जा रहा है, जबकि जो राम को भगवान बुलाता है, उसे पूछा नहीं जा रहा है, ये क्या बात है.
स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि, भगवान राम का वचन है, विधिहीन कार्य करने वाले का विनाश हो जाता है. ऐसे में इस कार्य को करने वालों के अनिष्ट की आशंका है, लेकिन हम ऐसा नहीं चाहते. इसलिए शुभ मुहूर्त में मंदिर का शिलान्यास हो. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि, राम मंदिर को राजनीति विषय बनाकर आनन- फानन में शिलान्यास किया जा रहा है.
शिवराज मंत्रिमंडल के मंत्रियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि, कोरोना संक्रमण मप्र का मंत्रिमंडल तक आना ठीक नहीं है. कोरोना काल में बड़ी सावधानी रखने की जरूरत है. एलोपेथी से कोरोना का इसका इलाज नहीं है. ये सिर्फ आयुर्वेद से ही खत्म होगा. कोरोना को मारने के लिए उन्होंने जड़ी बूटियों, हवन करने की बात भी कही है.