December 25, 2024

Saif Ali Khan की ‘तांडव’ होनी चाहिए बैन या नहीं? वक्त निकालें… देखें और तय करें अब नहीं तो कब?

Image-2021-01-

मुंबई। अमेजॉन प्राइम पर रिलीज़ सैफ अली खान स्टारर और अली अब्बास ज़फर द्वारा निर्देशित नई वेब सीरीज तांडव पर बवाल मच गया है. कई बीजेपी नेता समेत कई संगठनों की ओर से वेबसीरीज पर बैन लगाने की मांग की जा रही है. इसी बीच लोगों का गुस्सा भी साफ देखा जा रहा है. सवाल वाजिब भी है कि क्या महज़ टीआरपी के लिए हमें किसी धर्म का मज़ाक उड़ाने का लाइसेंस मिल जाता है? क्या हमारे पास कंटेंट की इतनी कमी पड़ जाती है कि हमें अपनी फिल्म की कहानी में दम लाने के लिए लोगों की भावनाओं को आहत करने की जरूरत पड़ जाती है? इसमें कोई शक नहीं है सेक्स और गालियों से भरपूर आज की वेब सीरीज़ एंटरटेन का जरिया बन गई हैं. सच ये भी है कि समाज का आईना कही जाने वाली फिल्में अब इतने घटिया स्तर पर पहुंच चुकी हैं कि परिवार के बीच बैठकर देखने से पहले कई बार सोचना पड़ता है. 

किस डायलॉग पर है बवाल?
ऐसा ही कुछ हालिया रिलीज वेब सीरीज तांडव में भी है. इसमें कई ऐसे सीन है जिससे हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया गया है साथ ही दलितों का भी मजाक उड़ाया गया है. भगवान शिव का कथित रूप से उपहास किया गया है. वेब सीरीज के एक एपिसोड में जीशान अय्यूब गवान शिव के अवतार में हैं और वो इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों के सामने भाषण देते हैं औऱ कहते हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए. जिसके बाद नारद के वेश में एक मंच संचालक कहता है, ‘नारायणनारायण. प्रभु कुछ कीजिए. मुझे लगता है कि हमें भी कुछ नई स्ट्रेटेजी बना ही लेनी चाहिए’. इस पर शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या’ इस पर मंच संचालक कहता है कि भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं’.

तांडव के इस डायलॉग पर बवाल मचा है. लोग आहत है. शिव का ये रुप और भगवान श्री राम के बारे में इस तरह के शब्दों से भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. 

बैन होनी चाहिए या नहीं?
तांडव के रिलीज़ के साथ ये बहस भी छिड़ गई है कि इस तरह की वेब सीरीज बैन होनी चाहिए या नहीं. कई लोगों का कहना है बैन नहीं होनी चाहिए. उनका तर्क है कि इस तरह के हल्के-फुल्के मजाक को हमें अवॉइड करना चाहिए. धर्म को हमें एक बड़े विस्तार के बारे में सोचना चाहिए जिसे कोई आहत नहीं कर सकता है. कहानी को कहानी की तरह देखना चाहिए. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह की वेब सीरीज को तुरंत बैन कर देना चाहिए क्योंकि इनका मकसद समाज. परिवार को किसी तरह का कोई संदेश देना नहीं बल्कि धर्म का उपहास उड़ाना है. 

‘तांडव’ ही नहीं, इन वेब सीरीज और फिल्मों को लेकर भी जमकर हुआ घमासान

वेब सीरीज ‘द सूटेबल ब्वॉय’ में एक मुस्लिम लड़के का हिंदू लड़की को चूमना, ‘पाताल लोक’ में एक कुत्ते का नाम, फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी अभिनेता की भूमिका आदि पहले ही विवादों को जन्म दे चुके हैं. 

error: Content is protected !!
Exit mobile version