March 20, 2025

CG : कभी चरवाहा थे, आज खुद का मकान, 50 भैंस और हर महीने लाखों की इनकम, एक प्लान से ऐसे बदली जिंदगी

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मुंगेली। कहते हैं जहां चाह वहां राह। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रहने वाले एक चरवाहा ने इस कहावत को सही करके दिखाया है। दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत से उसने अपने सपनों को साकार किया है। मुंगेली जिले के पथरिया विकासखण्ड के बदरा गांव के रहने वाले विश्वनाथ यादव कभी एक साधारण चरवाहा थे। लेकिन वक्त के साथ उसने अपने कारोबार और तकनीकी में बदलाव किया जिसके बाद आज हर महीने लाखों रुपये की कमाई कर रहा है।

विश्वनाथ यादव की गिनती आज जिले के एक सफल डेयरी उद्यमी के रूप में होती है। यादव ने बताया कि साल 2016-17 में उसके पास केवल 1.5 एकड़ जमीन थी, जिसमें उनका पैतृक घर भी शामिल था। वह पारंपरिक तरीके से 1-2 देशी गाय पालकर 3-4 लीटर दूध बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के उपसंचालक के माध्यम से उन्हें लोन के बारे में जानकारी मिली।

उपसंचालक डॉ आरएम त्रिपाठी ने बताया कि विश्वनाथ यादव ने राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत बैंक से 12 लाख रुपये का कर्ज लिया। कर्ज लेने के बाद उन्होंने डेयरी खोली और खुद का व्यवसाय शुरू किया।

डेयरी में गाय और भैंसे
यादव ने बताया कि उन्होंने गायों के साथ भैंसों को भी डेयरी में शामिल किया और धीरे-धीरे दूध उत्पादन बढ़ाया। आज उनके पास 26 गायें और 50 भैंसें हैं, जिनसे प्रतिदिन 150 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। भैंस का दूध बाजार में 60 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचते हैं। इसके अलावा, वे भैंस के बच्चे (कलोर) तैयार कर भी अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक भैंस 1.6 लाख रुपये में बेची है।

यादव ने बताया कि उन्होंने बैंक लोन भी समय पर चुका दिया और अब बिना किसी कर्ज के अपनी डेयरी का विस्तार कर रहे हैं। राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी। डेयरी की आय से उन्होंने 4.5 एकड़ की जमीन खरीद ली। डेयरी शेड और पक्का मकान बनवाया, खेती के लिए ट्रैक्टर लिया और दूध परिवहन के लिए मोटर साइकिल भी खरीदी है।

कहानी से लोगों को मिल रही प्रेरणा
यादव एक सम्पन्न किसान व प्रतिष्ठित डेयरी उद्यमी बन चुके हैं। उनकी सफलता से प्रेरणा लेकर कई अन्य युवा भी डेयरी व्यवसाय की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उनकी यह कहानी बताती है कि यदि सही मार्गदर्शन, मेहनत और संकल्प हो तो कोई भी व्यक्ति अपनी तकदीर बदल सकता है।

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