डीए व एचआरए की मांग को लेकर 25 जुलाई से शिक्षको की हड़ताल
०० नॉन टीचिंग स्टाफ भी आंदोलन में होंगे शामिल, महंगाई भत्ते के लिए होगा आंदोलन
रायपुर| छत्तीसगढ़ के शिक्षकों ने 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। रायपुर में ली गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आंदोलन को लेकर अलग-अलग शिक्षक संगठनों के नेताओं ने एकता दिखाने की कोशिश की। सभी ने दावा किया कि पूरे प्रदेश के शिक्षक संघ के लोग इस आंदोलन में भाग ले रहे हैं।
नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश प्रमुख विकास राजपूत ने कहा कि 25 जुलाई से सभी टीचर स्कूलों में तालाबंदी करेंगे। कोई काम नहीं करेगा। ब्लॉक लेवल पर धरना दिया जाएगा। इसमें नॉन टीचिंग स्टाफ भी शामिल हैं। ये हड़ताल अनिश्चित कालीन चलेगी। हम महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग कर रहे हैं। सिर्फ स्कूल से जुड़े 3 लाख से अधिक कर्मचारी इस आंदोलन के दौरान काम बंद कर देंगे। डीए व एचआरए के लिए हो रहे इस आंदोलन में, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे प्रदेश अध्यक्ष शालेय शिक्षक संघ, विकास राजपूत प्रदेश अध्यक्ष नवीन शिक्षक संघ, शिक्षक एलबी संवर्ग छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने सभी संघ के लोगों से अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होने की अपील की है। इन पदाधिकारियों ने बताया कि जनवरी 2020 का 4 %, जुलाई 2020 का 3 % में से 1 % मिलाकर सिर्फ 5 % मंहगाई भत्ता 1 मई 2022 से दिया गया है।
वर्तमान में जुलाई 2020 का 2 %, जनवरी 2021 से 4%, जुलाई 2021 से 3 %, जनवरी 2022 से 3 % मिलाकर कुल 12 % मंहगाई भत्ता लंबित है, और कर्मचारियों को अभी भी 6वें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता मिल रहा है, जिसके कारण समस्त शासकीय कर्मचारियों को हर महीने लगभग 4000 से 14000 का नुकसान हो रहा है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की तरफ से भी काम बंद करने का एलान कर दिया गया है। इसमें प्रदेश का हर सरकारी कर्मचारी भाग लेकर दफ्तर में होने वाले कामकाज से खुद को अलग रखेगा। फेडरेशन ने 25 से 29 जुलाई तक कलम बंद काम बंद हड़ताल का एलान कर दिया है। इन 5 दिनों में सरकारी दफ्तरों में कोई काम नहीं होगा।