आईटीबीपी के वाहन से सागौन की तस्करी : DIG हटाकर लेह भेजे गए
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिलान्तर्गत डोंगरगढ वन परिक्षेत्र के तहत ग्राम तोतलभर्री में सागौन की तस्करी किए जाने का मामला सामने आने के चौबीस घंटे के भीतर आईटीबीपी के डीआईजी छोटाराम जाट को हटा दिया गया है। माना जा रहा हैं कि सागौन तस्करी में आईटीबीपी की छबि खराब होने के मामले में उच्च अधिकारियों द्वारा बडी कार्यवाही की गई हैं। हालांकि तबादले का कारण प्रशासनिक बताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि डोगरगढ़ के तोतलभर्री गांव में ग्रामीणों ने शनिवार को आधी रात करीब ग्यारह बजे सागौन से भरी आईटीबीपी की गाड़ी को पकड़ा था। ग्रामीणों द्वारा लकडी तस्करी किए जाने का आरोप आईटीबीपी के जवानों पर लगाया गया। चूंकि मौके पर पाई गई सागौन की लकड़ी आईटीबीपी के वाहन में मिली है इसलिए मामला बड़ा हो गया। मौके पर रातों रात फारेस्ट महकमा द्वारा पंचनामे की कार्यवाही भी की गई। जिसके बाद फारेस्ट और राजस्व महकमा जांच में जुट गया। इसी बीच चौबीस घंटे के अंदर डीआईजी छोटा राम जाट को हटा दिया गया है।
उप महानिरिक्षक कार्मिक ओपी यादव द्वारा जारी आदेश में डीआईजी छोटा राम जाट को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय उत्तर पश्चिमी फ्रन्टियर लेह में स्थानांतरित किया गया है। उन्हें चौबीस घंटे के भीतर न सिर्फ कार्यमुक्त करने बल्कि कार्यभार संभालने आदेश जारी किया गया है।
सागौन लकड़ी की तस्करी के मामले में भले ही डीआईजी पर कार्यवाही की गई है। लेकिन यहां राजधानी के अलावा जिला स्तर पर भी मिलीभगत किए जाने की बात सामने आ रही है। मामले की जांच में फारेस्ट और राजस्व महकमा जुट गया है। आगे जांच में बड़ा खुलासा हो सकता है।