November 24, 2024

गांव के सूने मकान में भालू ने दिया नन्हे शावक को जन्म, फारेस्ट अमला कर रहा चौकीदारी

गरियाबंद।  छत्तीसगढ़ के गाँवों में वन्यजीवों का आना कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन गरियाबंद के गिरोला गांव में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भालू ने जंगल छोड़कर गांव के घर में बच्चे को जन्म दिया. मैनपुर विकासखंड मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर गिरहोला गांव में सूने पड़े मकान में एक भालू ने बच्चे को जन्म दिया है. भालू के शावक को देखने के लिए आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. ग्रामीणों की भीड़ देखकर मादा भालू डर गई और अपने बच्चे को छोड़कर जंगल की ओर चली गई.सुचना मिलने के बाद से ही फारेस्ट का अमला मकान की चौकीदारी कर रहा हैं। 


जानकारी के मुताबिक, एक किसान ने खेत जाते समय देखा कि सालों से सूने पड़े इंदिरा आवास के मकान में हलचल है. उसने जब खिड़की से देखा, तो वहां एक मादा भालू अपने एक दिन के शावक के साथ थी. किसान ने इसकी जानकारी बाकी गांववालों को दी. देखते ही देखते पूरा गांव भालू देखने उस सूने मकान के पास उमड़ पड़ा. लोगों की भीड़ देखकर मादा भालू घबरा गई और वहां से चली गई. 


ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने भीड़ को मकान से दूर किया और डॉक्टर को बुलाकर भालू के बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कराया. बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है. वन विभाग के कर्मचारी उस मकान की चौकीदारी कर रहे हैं, ताकि लोग भालू के बच्चे को परेशान न करें और मादा भालू आकर अपने बच्चे को ले जाए. 

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