December 25, 2024

भारी तनाव के बीच मृतक किसान का अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री ने की परिजनों से बात

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०० मुख्यमंत्री ने 4 लाख की मदद की, एनआरडीए ने 50 हजार की सहायता राशि की प्रदान

रायपुर| नवा रायपुर में आंदोलन के दौरान किसान की मौत के बाद अब उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। आंदोलनकारी, किसान का शव एनआरडीए भवन के सामने रखकर श्रद्धांजलि देना चाहते थे, मगर प्रशासन ने शव को कहीं ले जाने से इन्कार कर दिया। तनाव को देखते हुए मृतक किसान के गांव बरौदा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी फोन पर मृतक किसान के बेटे से बात की है।

नवा रायपुर में पिछले 69 दिन से चले रहे आंदोलन के दौरान शुक्रवार को मंत्रालय तक का मार्च आयोजित था। प्रशासन ने किसानों को बीच रास्ते ही रोक लिया। इसी दौरान बरौदा गांव के 66 वर्षीय किसान सियाराम पटेल बेहोश होकर गिर पड़े। वहीं मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उसके बाद से हंगामा मचा हुआ है। शनिवार सुबह 7 बजे शव का पोस्टमार्टम किया गया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर का कहना था, किसान सियाराम पटेल अपने हक के लिए लड़ते हुए शहीद हुए हैं। उनकी शहादत को सम्मान देने के लिए हम लोग आंदोलन स्थल एनआरडीए भवन के सामने शव रखकर श्रद्धांजलि देना चाहते थे। प्रशासन ने हमें शव सौंपने से इन्कार कर दिया। ऐसे में सभी लोगाें को श्रद्धांजलि के लिए गांव में ही बुलाया गया। दोपहर बाद किसान के शव को शहादत के नारों के साथ मिट्‌टी दी गई। इस दौरान वहां पर आसपास के गांवों के हजारो लोग पहुंचे हुए थे। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने वहां भारी पुलिस बल की व्यवस्था की है। पुलिस अभी भी गांव के भीतर और बाहर कई इलाकों में तैनात है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को मृत किसान सियाराम पटेल के बेटे से फोन पर बात कर दुःख व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने मुआवजा सम्बंधी मामले पर अपर मुख्य सचिव को जांच के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वे इस दुःख की घड़ी में मृत किसान परिवार के साथ हैं और परिवार की हर संभव सहायता की जाएगी।

श्रद्धांजलि के बाद मुआवजे की मांग :- अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सदस्यों तेजराम विद्रोही और ललित कुमार साहू ने शहीद किसान के अंतिम यात्रा में भाग लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। किसान सभा के राज्य सचिव तेजराम विद्रोही ने कहा, किसान सियाराम पटेल ने इस आंदोलन के पहले शहीद होने का गौरव प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री को किसानों की जायज मांगो को तुरंत पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा, शहीद किसान के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को स्थायी सरकारी नौकरी से ही सरकार की संवेदना प्रकट होगी।

मुख्यमंत्री ने 4 लाख की मदद की, एनआरडीए ने 50 हजार की :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सियाराम पटेल के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने मृतक किसान के परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की। अधिकारियों से भी पूरे मामले का संज्ञान लेने को कहा गया है वही बताया जा रहा है, एनआरडीए के महाप्रबंधक मृतक किसान के घर पहुंचे थे। उन्होंने मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपए का चेक सौंपा है। पुलिस और प्रशासन के तमाम मैदानी अधिकारी बरौदा गांव में मौजूद हैं। कुछ स्थानीय कांग्रेस और भाजपा नेताओं के भी वहां पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

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