जिस समाज में बेटियां सुरक्षित और सशक्त हो, वह समाज निरंतर प्रगति करता है : भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ सरकार बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रारंभ करेगी ’हमर बेटी-हमर मान’ अभियान
अभियान के तहत राज्य की महिला पुलिस अधिकारी -कर्मचारी स्कूल, कॉलेजों में जाकर बेटियों को देंगी कानूनी अधिकार और सुरक्षा के उपायों की जानकारी
सोशल मीडिया क्राइम से बचाव और अधिकार जैसी बातों पर मार्गदर्शन और संवाद भी होगा
गर्ल्स स्कूल, कॉलेजों तथा महिलाओं की उपस्थिति वाली प्रमुख जगहों पर लगाई जाएगी पुलिस की स्पेशल महिला पेट्रोलिंग
’हमर बेटी हमर मान’ हेल्पलाइन के लिये एक मोबाइल नंबर होगा जारी, महिला संबंधी अपराधों की विवेचना प्राथमिकता के आधार पर महिला विवेचक करेंगी
ऐसे अपराधों की विवेचना निर्धारित समय में पूरी होकर चालान पेश होने का दायित्व आई.जी. रेंज का होगा
रायपुर| छत्तीसगढ़ सरकार महिला सुरक्षा की दिशा में खासकर बेटियों की सुरक्षा, उनके मान सम्मान की रक्षा, उनकी सुविधा और उन्हें आवश्यक सेवा प्रदान करने के लिये एक अभिनव अभियान ’हमर बेटी-हमर मान’ प्रारंभ करने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज ट्वीट कर यह जानकारी देते हुए इस अभियान के संबंध में कहा है कि बेटियां हमारा मान सम्मान हैं, बेटियां प्रदेश के भविष्य उज्ज्वल की नींव है, जिस समाज में बेटियॉं सुरक्षित हों, सशक्त हो रही हों, वह समाज निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है।
’हमर बेटी-हमर मान’ इस अभियान के तहत राज्य की पुलिस की महिला अधिकारी एवं कर्मचारी प्रदेश के सभी ज़िलों में स्कूल कॉलेजों में जाकर बेटियों को उनके कानूनी अधिकार, गुड टच, बैड टच, छेड़खानी, यौन शोषण, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया क्राइम से बचाव और अधिकार जैसी बातों पर मार्गदर्शन देंगी और उनसे संवाद करेंगी। अभियान के तहत गर्ल्स स्कूल, कॉलेजों तथा महिलाओं, युवतियों की उपस्थिति वाली प्रमुख जगहों पर पुलिस की स्पेशल महिला पेट्रोलिंग लगाई जायेगी। ’हमर बेटी हमर मान’ हेल्पलाइन के लिये एक मोबाइल नंबर भी जारी किया जायेगा, जिस पर बेटियां अपनी शिकायत, अपनी परेशानी, अपने साथ होने वाले किसी भी दुर्व्यवहार या अपराध की सूचना दर्ज करा पायेंगी जिन पर प्राथमिकता से कार्यवाही की जायेगी।
राज्य सरकार द्वारा यह भी तय किया गया है कि महिला संबंधी अपराधों की विवेचना प्राथमिकता के आधार पर महिला विवेचकों से ही करवायी जायेगी, साथ ही ऐसे अपराधों की विवेचना निर्धारित समय में पूरी होकर चालान पेश हो जाये, ये सुनिश्चित करने का दायित्व आई.जी. रेंज को होगा। महिला सुरक्षा हेतु लॉंच किये जाने वाले एप्लिकेशन के संबंध में स्कूल कॉलेजों में जाकर बताया जायेगा कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी पूरी आशा है कि महिला सुरक्षा और महिलाओं का सम्मान बढ़ाने की दिशा में यह अभियान एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा।