एविएशन के क्षेत्र में छात्राओं के लिए हैं बहुत से अवसर
शासकीय डी. बी. गर्ल्स कॉलेज में एविएशन के क्षेत्र में छात्राओं को कैरियर चयन के लिए सेमिनार संपन्न
रायपुर| एविएशन के क्षेत्र में बहुत से मौके और अवसर हैं छात्राएं इस क्षेत्र में अपना कैरियर चुन सकती हैं। राजधानी रायपुर के शासकीय डी. बी. गर्ल्स कॉलेज रायपुर में एविएशन के क्षेत्र में छात्राओं को कैरियर चयन और मार्गदर्शन देने के लिए कल सेमिनार का आयोजन कैरियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल तथा आई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एविएशन की स्पीकर ने छात्राओं को एविएशन में रोजगार की संभावनाओं, व्यक्तित्व विकास, संप्रेषण कौशल और ग्राउंड जॉब, तकनीकी जॉब व अन्य अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने इस क्षेत्र में चयन में आने वाली मुश्किलों पर भी बात की। उन्होंने सभी एयरलाइंस के बारे में विस्तार से बताया। इस क्षेत्र में कम उम्र से ही आय की शुरुआत के बारे में बताया। छात्राओं ने उत्साहपूर्वक प्रश्न किए और अपनी शंकाएं रखीं।
सेमिनार में राधा यादव, सुभाष चौरे और सौरभ दुबे ने अपने इंस्टिट्यूट में संचालित विभिन्न कोर्स के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि छात्राएं बी.ए. इन ट्रैवल एंड टूरिज्म, बी.कॉम. इन लॉजिस्टिक एंड कार्गाे, बी.बी.ए. एविएशन के साथ-साथ एयरपोर्ट ग्राउंड मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन ट्रैवल टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी के साथ-साथ एडवांस डिप्लोमा इन एयरलाइंस, केबिन क्रू की पढ़ाई व प्रशिक्षण भी ले सकती हैं। यहां ऐड ऑन कोर्सेज इन एविएशन भी चलाया जाता है। शासकीय डी. बी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने सेमिनार में कहा कि छात्राओं को एवियेशन इंडस्ट्री की जानकारी देने से उनका कमर्शियल इंडस्ट्री वैल्यू भी बढ़ता है जो कि आने वाले समय में छात्राओं को कैरियर बनाने में सहायता देगा।
इस अवसर पर कैरियर एवं काउंसलिंग प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ. वासु वर्मा, आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ. उषा किरण अग्रवाल, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. श्रद्धा गिरोलकर एवं कैरियर गाइडेंस सेल की डॉ.रागिनी पांडे, डॉ.रमा सरोजिनी, डॉ. रेखा दीवान, डॉ. कल्पना मिश्रा, डॉ. गौतमी भतपहरी, डॉ रितु मारवाह, के साथ-साथ वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ प्रीति शर्मा, डॉ शंपा चौबे, डॉ. अनुभा झा, डॉ. नंदा गुरवारा, प्रमिला नागवंशी, ज्योति मिश्रा एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कल्पना मिश्रा ने किया। अंत में डॉ रेखा दीवान ने आभार व्यक्त किया। सेमिनार में बड़ी संख्या में छात्राएं शामिल हुईं।