इस बार हाथी पर सवार होकर आ रही मां आदिशक्ति, जानें कैसे तय होता है मां का वाहन

रायपुर। हर साल की तरह इस साल भी चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरूआत प्रतिपदा से हो रही है. इस बार मां दुर्गा अपने वाहन शेर पर सवार होकर नहीं आ रही हैं, बल्कि हाथी पर सवार होकर आ रही हैं. इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस वाहन से मां दुर्गा आएंगी. ये कैसे तय होता है.
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र के अनुसार मां दुर्गा किस वाहन से अपने भक्तों के घर आएंगी ये इस बात पर निर्भर करता है कि नवरात्रि की शुरुआत किस दिन से हो रही है.
हाथी पर सवार होकर आती हैं मां
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अगर कलश स्थापना रविवार और सोमवार को होती है, तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर अपने भक्तों के घर आती हैं. हाथी सुख और समृद्धि का प्रतीक है.
मंगलवार को नवरात्रि का शुभारंभ होने पर घोड़े पर आती है आदिशक्ति
उन्होंने बताया कि मंगलवार और शनिवार को कलश स्थापना के साथ नवरात्रि का शुभारंभ होता है, तो मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर अपने भक्तों के घर आती हैं. कहा जाता है कि जब मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, तो ये सत्ता परिवर्तन का संकेत होता है.
शुक्रवार को कलश स्थापना होती है, तो पालकी पर आएंगी मां दुर्गा
अगर कलश स्थापना गुरुवार और शुक्रवार को होती है, तो मां दुर्गा पालकी में बैठकर भक्तों के घर आती हैं. मां दुर्गा का पालकी में सवार होकर आना अच्छा नहीं माना जाता है. इससे लड़ाई -झगड़े होते हैं.
बुधवार को नवरात्रि का शुभारंभ होता है, तो नाव पर सवार होकर आएंगी आदिशक्ति
डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि अगर बुधवार को नवरात्रि की शुरूआत होती है, तो मां दुर्गा अपने भक्तों के घर नाव पर सवार होकर आती हैं. कहा जाता है कि मां दुर्गा के नाव पर सवार होकर आना शुभ माना जाता है और ये अच्छी बारिश का संकेत होता है.