विधानसभा : धर्मांतरण और शराब के मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा
डीएमऍफ़ फंड में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर भाजपा ने किया हंगामा
नारायणपुर की घटना को लेकर भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस को बताया जिम्मेदार
रायपुर| छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र के दूसरे दिन धर्मांतरण के मुद्दे पर जमकर हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई। नारायणपुर की घटना को लेकर बीजेपी सदस्यों ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए वेल पर आकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। भाजपा नेता बाहर आकर भी नारेबाजी करते रहे। इससे पहले प्रश्नकाल में पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच सवाल-जवाब हुए। इस दौरान डीएमऍफ़ फंड में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर भाजपा ने हंगामा किया। इस पर मंत्री उमेश पटेल को विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने जांच कराने के निर्देश दिए। इसके बाद कांग्रेस विधायक के सवाल पर मंत्री कवासी लखमा उलझ गए। विपक्ष ने भी हंगामा शुरू कर दिया और प्रश्नकाल इसी हंगामे के बीच खत्म हुआ।
सबसे पहले सदन के माहौल की गर्मी 33 करोड़ के फंड के गलत उपयोग के आरोपों ने बढ़ा दीं। भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि डीएम्ऍफ़ 33 करोड़ रुपयों से रोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम किए जाने थे, इसमें उन्होंने राशि के गलत उपयोग का आरोप लगाया। जवाब में मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि 3 साल में 33 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। भाजपा की ओर से कहा गया कि जांजगीर जिले में प्रशिक्षण पर रुपए खर्च नहीं किए गए। इसके बाद भाजपा के विधायकों, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर समेत अन्य ने मिलकर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप लगाया गया कि फंड का गलत उपयोग किया गया। उमेश पटेल पर ठीक से जवाब न देने और जांच न करने की बात कहकर भाजपा विधायकों ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों को शांत कराते हएु खुद विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत ने भी इस मामले की जांच को कहा। इसके बाद विपक्ष को आश्वस्त करते हुए मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि इसकी जांच कराएंगे।
दूसरा बड़ा मुद्दा शराब का था। खुद कांग्रेस की ही विधायक छन्नी साहू ने अपनी ही सरकर के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को घेरा। दरअसल कुछ वक्त पहले छन्नी के विधानसभा क्षेत्र खुज्जी के 8वीं के छात्र को आबकारी विभाग के अफसरों ने पकड़ा था। कहा गया था कि एक बाइक पर 3 लोगों के साथ 10 पेटी शराब मिली है और छात्र भी तस्करी में शामिल था। इसी मसले पर बवाल हो गया, छन्नी ने मंत्री कवासी से पूछ लिया- ये बताइए कि 1 बाइक पर तीन लोग हों और उसमें 10 पेटी शराब लाई जा सकती है क्या ? जवाब में मंत्री ने कहा- उसको देख लेंगे, छन्नी ने दोहराया कि 10 पेटी शराब एक बाइक पर आएगी क्या। लखमा ने कहा एक बाइक पर तीन पेटी आ सकती है। बवाल में भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल की एंट्री हो गई, बृजमोहन बोले- मंत्री खुद स्वीकार रहे हैं कि एक बाइक पर तीन पेटी शराब आएगी। आबकारी वाले जानबूझकर किसी को फंसाने का काम कर रहे हैं। षड्यंत्र कर रहे हैं।
तुम्हारे बेटे को ले जाएंगे तो पता चलेगा :- देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया, लखमा के गोल-मोल जवाब सुनकर भाजपा विधायकों ने हंगामा कर दिया, कांग्रेसियों की बातें सुनकर बृजमोहन ने कहा – तुम्हारे बेटे को ले जाएंगे तो पता चलेगा। बृजमोहन ने ये भी कहा कि ये गंभीर मामला है कि, 8वीं के छात्र को पकड़कर उसका भविष्य खराब किया गया। दुश्मनी निकालने के लिए अफसरों ने ये कार्रवाई की। बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा जब मंत्री मान रहे हैं कि एक बाइक पर 10 पेटी शराब नहीं आ सकती को अधिकारी को सदन से ही सस्पेंड करिए, जिस बच्चे को फंसाया गया है उसे मुआवजा दििजए। छन्नी साहू ने कहा- ये पूरी कार्रवाई गलत है, इस मामले में 8वीं के छात्र पर जो कार्रवाई की जा रही है उसे शून्य किया जाए। इन बातों को जवाब देते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मैं इस मामले की जांच करवा लेता हूं, जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई करेंगे।