लापरवाही ! : खराब मौसम में धान की बोरियां भीगकर हो गई अंकुरित…,खरीदी केंद्र में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
कोरिया। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बड़ी लापरवाही की घटना सामने आ रही है. प्रदेश के कोरिया जिले (Koriya) में खराब मौसम के चलते खरीदी केंद्र में खुले में रखी धान की बोरियों भीग गई. बताइए धान की बोरी भीग गई और प्रशासन, शासन या जिम्मेदार विभाग कुछ नहीं कर पाया. धान की बोरियां भीगी तो भीगी, नीचे की बोरियों में धान अंकुरित भी हो गया. यहां तक की छल्ली में नीचे की बोरियाें को फाड़ते हुए धान की जरई निकल आई है. जिसका सीधा नुकसान समिति प्रबंधक व स्टाफ को भुगतना पड़ सकता है.
बेमौसम की बारिश से धान की बोरी हुई गीली
जिले में बेमौसम बारिश की मार से समिति प्रबंधकों का कहना है कि शासन द्वारा धान उठाव को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इससे भारी मात्रा में धान खराब हो रहा है। जिले के ग्राम पंचायत सलबा स्थित धान खरीदी केंद्र की बात करें तो यहां सैकड़ों क्विंटल धान पड़ा हुआ है, जिसका उठाव नहीं हुआ है। केंद्र में बोरियों के छल्ले में नीचे के साथ ही ऊपर की बोरियाें में भी धान अंकुरित हो गए हैं.
खरीदी केंद्र में नहीं है पर्याप्त शेड की व्यवस्था
बताया जा रहा है कि खरीदी केंद्र में पर्याप्त शेड की व्यवस्था नहीं है, जिस कारण काफी मात्रा में धान खराब हो गया है. आपको बता दें कि कोरिया जिले में 12 लाख 42 हजार 653 क्विंटल धान की खरीदी हुई है. इसमें अब तक 8 लाख 17 हजार 642 क्विंटल धान का उठाव हो सका है. वहीं 4 लाख 25 हजार 10 क्विंटल धान खरीदी केंद्रों में पड़ा खराब हो रहा है, जबकि दूसरी ओर मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की बात करें तो यहां उठाव की स्थिति कोरिया जिले से बेहतर है. एमसीबी जिले के 24 केंद्रों पर 8 लाख 65 हजार 431 क्विंटल धान खरीदी हुई, जिसमें 8 लाख 35 हजार 710 क्विंटल धान का उठाव हो गया है। वहीं 2 लाख 9 हजार 721 क्विंटल धान केंद्रों में पड़ा है.