कोरोना का खौफ : घर के दरवाजे पर लिखा- ‘लॉक डाउन तक अतिथि घर मत आओ’
कोरबा। छत्तीसगढ़ में कोरोनावायरस का खौफ अब साफ़ तौर पर देखा जा रहा हैं। इस अनजाने खतरे ने पूरी दुनिया में लोगों को स्तब्ध कर के रखा है। सड़कों पर जिंदगी की रफ्तार थम गई है। जगह-जगह सन्नाटा पसरा है। लोग खुद को और अपने परिवार को इस बीमारी से पूरी तरह सुरक्षिरत रखने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे है और फिलहाल सामाजिक समारोह और एक-दूसरे से मिलने जुलने से कतरा रहे हैं।
इसी हालात के बीच कोरोना के खिलाफ जंग में एक परिवार ने अपने घर में मोर्चा खोलते हुए एक अलग अंदाज में लड़ाई शुरू की है। गोपालपुर जमनीपाली में रहने वाले शिक्षक श्रीकांत भरिया व उनके परिवार ने घर के मुख्य द्वार पर एक सूचना बोर्ड चस्पा कर दिया है। इसमें लिखा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुछ दिन कृपया कोई भी मेहमान उनके घर न आएं।
उन्होंने लॉक डाउन तक किसी भी अतिथि को घर नहीं आने की गुजारिश भरा संदेश घर के दरवाजे के साथ अपने सोशल मीडिया ग्रुप और फेसबुक अकाउंट में भी साझा किए हैं। तस्वीर में बच्चे भी हाथ जोड़कर यही आग्रह करते दिखाई दे रहे। जागरुकता की यह पहल दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन रही।
डॉक्टरों के मुताबिक कोरोनावायरस संक्रमण से बचने का एक मात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग ही है। इसी वजह से पूरे देश में लॉक डाउन किया गया है और सख्ती के साथ इसका पालन भी कराया जा रहा है। लोगों को भी चाहिए कि वे अपनी जिंदगी की कीमत को समझते हुए इस नियम का पालन करें और कुछ दिनों के लिए आपसी दूरी बनाकर खुद को और समाज को स्वस्थ्य रखने में अपना योगदान दें।