दंतेवाड़ा : नक्सलियों के डर को मात देते हुए नक्सलगढ़ में पहुंचे स्वास्थ्य कर्मचारी
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में सड़क ही एक ऐसा माध्यम होता है जिससे विकास को हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने की कोशिश की जाती है, लेकिन बस्तर की सड़कों पर नक्सलियों की नापाक नजर रहती है। नक्सली हमेशा से सड़क काटकर या ब्लास्ट कर विकास को आखरी व्यक्ति तक पहुंचने में रोक लगा देते हैं। ऐसे ही दंतेवाड़ा के एटेपाल, तेलम और टेटम के 21 किलोमीटर की एक सड़क है, जिसे नक्सलियों ने कई साल से अपने कब्जे में रखा है।
नक्सलियों ने इस सड़क को 50 से ज्यादा बार खोदकर या काटकर मार्ग को बाधित कर दिया है। इन दिनों कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में हाहाकार मचाया है, जिसको देखते हुए नक्सलियों के डर को मात देते हुए कोरोना के इस लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम नक्सलगढ़ पहुंची और जोखिम उठाकर चिरायु की टीम कई किमी चलकर गुरुवार को नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले गांव पहुंचे. जहां उन्होंने दूसरे राज्यों से आए लोगों को क्वॉरेंटाइन किया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूसरे राज्यों से आए लोगों के साथ ही ग्रामीणों की जांच की, जिसके बाद उन्हें एहतियात बरतने की सलाह भी दी. वहीं दूसरे राज्यों से गांव में आए लोगों को चिहांकित करने के लिए स्याही की सील लगाई गई है. साथ ही 28 दिनों तक गांव से अलग रहने को भी कहा गया है।