November 24, 2024

दुनिया के 60 देशों में फैला कोरोनावायरस, 3000 से ज्यादा की मौत, 87 हजार संक्रमित

बीजिंग। कोरोनोवायरस प्रकोप से दुनियाभर में सोमवार तक मृतकों की संख्या 3,000 से अधिक हो चुकी है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि चीन की मुख्य भूमि कुल मिलाकर 2,912 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि वायरस से संक्रमित नए मामलों की संख्या में धीरे-धीरे कमी आ रही है। यह वायरस पिछले साल मध्य चीन के हुबेई में उभरा, लेकिन अब दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में फैल गया है। दुनियाभर में इस वायरस की वजह से 87 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में अब तक इस वायरस के संक्रमण के छह मामले सामने आ चुके हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने सप्ताहांत में एक संक्रमण के मामले की जानकारी दी थी। जबकि संक्रमण इटली में पिछले 48 घंटों में लगभग दोगुना हो गया। इटली, यूरोप का ऐसा देश है, जो इस वायरस की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उधर, थाईलैंड में देश का पहला संक्रमण का मामला सामने आया है। रोग नियंत्रण विभाग के महानिदेशक, सुवांचाई वट्टानायिंगचारोएन ने कहा कि 35 वर्षीय थाई व्यक्ति को डेंगू बुखार भी था और कोरोनोवायरस संक्रमण की वजह से उसकी मौत हो गई।कोरोनोवायरस की आशंकाओं को देखते हुए पेरिस के लूव्र में स्थित दुनिया का सबसे अधिक दौरा किया जाने वाले संग्रहालय, को रविवार को बंद कर दिया गया था। यह जानकारी संग्रहालय के यूनियनों और प्रबंधन ने दी। सीजीटी श्रमिक संघ के क्रिश्चियन गैलानी ने बताया कि लगभग 300 कर्मचारियों ने सुबह में मुलाकात की और लगभग सर्वसम्मति से म्यूजियम को नहीं खोलने के लिए मतदान किया।
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को कहा कि यह वायरस 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को विशेष रूप से प्रभावित करता है, क्योंकि वे लोग पहले से ही अन्य बीमारियों की वजह से कमजोर हो जाते हैं। एजेंसी ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित अधिकांश लोग केवल हल्के लक्षणों का अनुभव करते हैं, जबकि लगभग 14 प्रतिशत निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होते हैं और पांच प्रतिशत गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वायरस की वजह से होने वाली मौतों की संख्या दो से पांच प्रतिशत के बीच है। मौसमी फ्लू की औसत मृत्यु दर लगभग 0.1 प्रतिशत है लेकिन अत्यधिक संक्रामक है, दुनिया भर में हर साल चार लाख लोग इसकी वजह से मरते हैं।
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