मध्य प्रदेश : अब बीजेपी में भी अंतर्कलह! शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा में दरार ?
नई दिल्ली/ भोपाल। मध्य प्रदेश में राजनीतिक संकट के बीच अब भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई में भी नाटकीय मोड़ आ गया है. सूत्रों की मानें तो विधायक नरोत्तम मिश्रा और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के बीच दरार पड़ गई है। मंगलवार को हुए एक बैठक में विधायक नरोत्तम मिश्रा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच दरार दिखाई दी।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को मिश्रा के समर्थन में नारे लगाए गए और चौहान की भूमिका पर सवाल उठाए गए। बता दें मध्य प्रदेश सरकार में संकट के मुद्दे पर मिश्रा और चौहान दोनों ने वर्तमान स्थिति में किसी भी भूमिका को बार-बार नकारते हुए कहा कि यह कांग्रेस की आंतरिक समस्या है।
सूत्रों ने बताया कि नरोत्तम मिश्रा और शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश सरकार को अस्थिर करने में शामिल थे. सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने इस अभियान का नाम ‘रंगपंचमी’ रखा क्योंकि वे चाहते थे कि सरकार होली पर गिरे।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था, ‘मैंने शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा पर कभी कोई आरोप नहीं लगाया है। किन)मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर विवाद था. अब यह तय हो गया है कि एक मुख्यमंत्री होगा, दूसरा डिप्टी सीएम.’ बता दें शिवराज सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मिश्रा दतिया से विधायक है उन्होंने 1990 में पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था मिश्रा बाबूलाल गौर की कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके हैं।