महासमुंद में हाथी मचा रहे उत्पात, भालू-जंगली सुअर भी गाँवों में पहुँच कर रहे ग़दर
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में इन दिनों जंगली हाथियों के दो झुंड ने रबी सीजन की खेती को चौपट कर दिया है। वहीं भालू और जंगली सुअर के हमले से लोग घायल हो रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जंगल के जलस्रोत सूख जाने से पानी की तलाश में वन्यजीव भटक रहे हैं। गांव के आसपास खेतों में बने कुएं में पानी की तलाश में कूद जाने से वन्यजीवों का जान भी खतरे में है।
वन विभाग के अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का एक झुंड आरंग ब्लाक के बेनीडीह-पारागांव-महानदी होते 20 किलोमीटर का सफर तय कर बड़गांव होते हुए कुकराडीह बंजर तक जा पहुंचा है। गौरतलब है कि इस दल में कुल 23 हाथी हैं। इनमें से 5 हाथी महानदी के पास पानी में रूक गए हैं। शेष 18 हाथी खेतों की ओर से बंजर तक का सफर तय किया।
आज अलसुबह 23 हाथी आरंग ब्लाक के ग्राम बेनीडीह-पारागांव से वापस महासमुंद जिला की ओर लौटे। रास्ते में महानदी में सभी ने जलक्रीड़ा और स्नान किया। बाद इनका दल कुकराडीह बंजर के लिए निकला। सुबह करीब पांच बजे इन्हें बडग़ांव में देखने के बाद हाथी भगाओ समिति के राधे लाल सिन्हा ने वन विभाग को जानकारी दी।
जानकारी मिलते ही तत्काल वन विभाग के रेंजर मोहनदास मानिकपुरी अपनी टीम के साथ पहुंचे। तब तक हाथियों को देखने ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी थी। वन अमले ने ग्रामीणों को वहां से हटाया। रबी सीजन के फसलों को रौंदते हुए हाथी कुकराडीह, सिरपुर जंगल की ओर आगे बढ़े। क्षेत्र में लंबे अर्से से हाथी उत्पात मचा रहे हैं।
पिथौरा वनपरिक्षेत्र के कैलाशपुर गांव में आज सुबह महुआ बीनने गए सुखरु बाघ उम्र 55 वर्ष पर भालू ने हमला कर दिया। घायल व्यक्ति का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा में उपचार चल रहा है। वन विभाग ने घायल के परिजनों को एक हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि दी है।
बागबाहरा वनपरिक्षेत्र के ग्राम कस्तूरबोड़ में जंगली सुअरों के हमले से खेत मे काम कर रहे चार लोगों को घायल कर दिया। घायलों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा मे किया जा रहा है। गौरतलब है कि जंगली सुअर ने कुएं से निकालने के बाद जंगल की ओर भागते हुए कल सहायक वनपरिक्षेत्र अधिकारी पर हमला कर दिया था।