रायपुर।  22 मार्च शाम 5:00 बजकर 5 मिनट की वह तस्वीर याद कर लीजिए जिस तस्वीर में पीएम नरेन्द्र मोदी की एक आह्वान पर लाखों-करोड़ों लोग अपने घरों के बालकनी और छतों पर खड़े होकर ताली ताली बजाकर- शंखनाद कर कोरोना वारियर्स का हौसला अफजाई किया था।  पीएम मोदी के उस एक आह्वान पर क्या आम क्या खास, क्या खिलाड़ी क्या सिनेस्टार सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।  अब लॉकडाउन पार्ट-2 के पाचवें दिन रविवार को छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से ताली और थाली बजाई जाएगी।  छत्तीसगढ़ कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा पीसीसी महामंत्री कन्हैया अग्रवाल ने ऐलान किया हैं कि आज शाम इतनी जोर से ताली और थाली बजाया जाएगा कि उसकी गूंज और धमक दिल्ली तक सुनाई देगी। 


ताली और थाली बजाने का शंखनाद छत्तीसगढ़ में किया जाएगा. इसके लिए समय रात 7:05 बजे का तय किया गया है, मगर इस बार यह आयोजन किसी के हौसला अफजाई के लिए नहीं बल्कि केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में होगा।  प्रदेश के विभिन्न व्यापारी वर्गों ने ऐलान किया है कि आज शाम 7:05 बजे ताली-थाली बजाकर केंद्र के निर्णय का जमकर विरोध करेंगे. दरअसल विरोध 20 अप्रैल से ऑनलाइन व्यापार शुरू करने की अनुमति का है। 


विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने ऐलान किया हैं कि केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल से ऑनलाइन व्यापार को जो अनुमति दी है उसका कड़ा विरोध किया जाएगा, व्यापारियों ने कहा कि जिन व्यापारी और व्यपार समूहों ने वैश्विक महामारी के समय अपनी जान जोखिम में डालकर ना केवल लोगों तक अति-आवश्यक सामग्री पहुंचाई बल्कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में बढ़-चढ़कर सहयोग किया।  आज उन्हीं व्यापारी और उनके जज्बे को प्रोत्साहित करने के बजाए केंद्र सरकार ऑफलाइन व्यापार को अनुमति ना देकर हतोत्साहित कर रही है और व्यापारी और उनके  समूहों को ऑनलाइन व्यपार की अनुमति दे रही है जो संकट काल में किसी सुरक्षित स्थान पर समय बिता रहे थे।  व्यापारियों ने ऐलान किया कि ताली और थाली की गूंज केंद्र सरकार के कानों तक पहुंचाने के लिए ना केवल रायपुर- छत्तीसगढ़ में बल्कि देशभर में ताली और ताली बजाया जाएगा। 


केंद्र सरकार के खिलाफ ताली-थाली बजाकर विरोध करने वाले व्यापारियों ने तर्क देते हुए कहा कि जहां इस वक्त भारत देश कोरोना संक्रमण के तीसरे चरण की दहलीज पर है।  ऐसे में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित रखना है।  ऐसे में ऑनलाइन व्यापार का जो डिलीवरी पर्सन होगा वह कहां-कहां से होकर आएगा उसकी सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा? जबकि देश के सामने उदाहरण हैं कि एक पिज़्ज़ा डिलीवरी ब्वॉय ने 72 लोगों को कोरोना संदिग्ध बना दिया, इन उदाहरणों के बाद भी ऑनलाइन व्यापार को बढ़ावा देना मतलब कोरोना को फैलने के लिए आमंत्रित करने के समान है। 

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