November 3, 2024

कतर की कैद में इंडियन नेवी के 8 पूर्व अधिकारियों को मिली मौत की सजा, भारत सरकार ने दी प्रतिक्रिया

नईदिल्ली। अगस्‍त 2022 से कतर की जेल में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारी बंद हैं। इन पूर्व अधिकारियों को जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। इन रिटायर्ड नौसैनिकों को कतर के गृह मंत्रालय ने बंदी बनाया था। नौसेना के इन पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद विदेश मंत्रालय ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

भारत के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले पर कहा कि हमारे पास प्रारंभिक जानकारी है कि कतर की प्रथम दृष्टया अदालत ने आज अल दहरा कंपनी के 8 भारतीय कर्मचारियों से जुड़े मामले में फैसला सुनाया है। हम मृत्युदंड के फैसले से गहरे सदमे में हैं और विस्तृत फैसले का इंतजार कर रहे हैं।’ हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं, और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इस मामले को बहुत महत्व देते हैं और इस पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। हम सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। हम फैसले को कतरी अधिकारियों के समक्ष भी उठाएंगे। इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय प्रकृति के कारण, इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।

रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी पूर्व अधिकारी कतर की एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे। यह कंपनी कतरी एमिरी नौसेना को ट्रेनिंग और अन्य सेवाएं प्रदान करती है। इस कंपनी का नाम दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एवं कंसल्टेंसीज सर्विसेज है। कंपनी खुद को कतर रक्षा, सुरक्षा एवं अन्य सरकारी एजेंसी की स्थानीय भागीदार बताती है। रॉयल ओमान वायु सेना रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर खामिस अल अजमी इस कंपनी के सीईओ हैं।

इस कंपनी में काम करने वाले आठ पूर्व नौसैनिकों के नाम हैं- कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश। इन सभी को जासूसी के आरोप में पूछताछ करने के लिए इनके स्‍थानीय निवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तार किए गए अधिकांश पूर्व अधिकारियों की उम्र 60 साल से ज्‍यादा है। उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर भी कोई स्‍पष्‍टता नहीं है। कुछ समय पहले एक पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था आरोपियों की पहचान भारत की खुफिया एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के लिए काम करने वाले के रूप में की गई है और कथित तौर पर कतर में जासूसी गतिविधियों को अंजाम देते हुए पकड़े गए थे।

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