November 23, 2024

सीएम भूपेश ने कहा – उद्योगपतियों की 10 एकड़ तक की जमीन अतिशीघ्र फ्री होल्ड होगी

 रायपुर/दुर्ग। छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों की 10 एकड़ तक की जमीन अतिशीघ्र फ्री होल्ड की जाएगी. साथ ही जो काम प्रदेश के उद्योग कर सकते हैं उन कामों को अब बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.  7 जून रविवार को मुख्यमंत्री सभागार में आयोजित एक बैठक में प्रदेश के उद्योगपतियों की समस्याओं को सुनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह आश्वासन दिया. लॉकडाउन के दौरान उद्योगों को आई बिजली और अन्य समस्याओं को भी उन्होंने जल्द ही दूर करने कहा. 

 इस अवसर पर छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ के महासचिव के.के. झा एवं युवा उद्योगपति निश्चय झा ने देश में मुख्यमंत्रियों की सूची में दूसरा रैंक आने पर उन्हें मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया और अपनी शुभकामनाएं दीं.  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्योगपतियों से खुशनुमा माहौल में लगभग 2 घंटे बातचीत की. उनकी समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना और प्रदेश के उद्योग किस तरह तेजी से आगे बढ़े ताकि प्रदेश खुशहाल हो, इस विषय पर उन्होंने राय भी ली. संघ के महासचिव झा ने अपनी बात रखते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि आज जरूरत है प्रदेश से बाहर जाने वाले काम को रोकने की. आप एक आदेश जारी करें और जो काम प्रदेश में हो सकता है वह काम बाहर ना जाने दें, ताकि प्रदेश को रेवन्यू मिलता रहे,साथ ही यहां के उद्योगों को भरपूर काम मिल सके.श्री झा ने कहा कि सीएसआईडीसी के थ्रू ही प्रदेश के उद्योगों को काम मिलना चाहिए. 

       फ्री होल्ड जमीन का मुद्दा उठाते हुए झा ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि ढाई एकड़ से 10 एकड़ तक की जमीन को फ्री होल्ड किए जाने की मांग पुरानी है इसमें अब देरी नहीं होनी चाहिए. पहले ही इसमें काफी विलंब हो चुका है. लॉकडाउन के दौरान उद्योगों को हुए नुकसान की भरपाई का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि बिजली बिल में एक्चुअल खपत की बात कही गई है लेकिन माफी की बात नहीं की गई है. ऐसी स्थिति में लॉकडाउन की अवधि के दौरान 50 एचपी परमिशन वाले छोटे उद्योगों का एक माह का बिल माफ किया जाना चाहिए. 

एमएसएमई उद्योगों को बढ़ाने के लिए उन्होंने कहा कि जितने भी काम यहां के उद्योग कर सकते हैं उन्हें बाहर ना जाने दिया जाए. इसके लिए आपके पास दो तरह के हथियार हैं. पहला तो यह कि बाहरी प्रदेशों को जाने वाले काम को पूर्णतया लॉकडाउन करें.आपके पास संजीवनी के रूप में सीएसआईडीसी है इसके माध्यम से सिर्फ रजिस्टर्ड उद्योगों को ही काम देने का आदेश दें. यह दोनों काम शुरू हो जाएं तो उद्योगों को काफी राहत मिल जाएगी.

मजदूरों के पलायन का जिक्र करते हुए श्री झा ने कहा कि यह प्रदेश सौभाग्यशाली है कि यहां के श्रमिकों ने पलायन नहीं किया. श्रमिकों के पलायन को रोकने के लिए उद्योग विभाग एवं एवं प्रदेश शासन ने मिलकर जो त्वरित कदम उठाए उससे उद्योग आज 80% चालू हो गए हैं.  बैठक में बीएसपी एंसीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद सिंह खुराना ने मुख्यमंत्री से कहा कि बीएसपी के अधिकारियों के साथ एक बैठक रखवाएं ताकि सहायक उद्योगों को ज्यादा से ज्यादा काम मिले. सहायक उद्योगों को जो उनका अपना अधिकार है उससे वे वंचित ना हो. भिलाई में अच्छे हॉस्पिटल की कमी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर एक शानदार हॉस्पिटल बनाने की आप पहल करें. 

भिलाई वायर ड्राइंग के राहुल कथूरिया ने कहा कि एक समय में वायर ड्राइंग में भिलाई का नाम पूरे देश में था लेकिन आज बीएसपी के असहयोग के चलते यह उद्योग बैठता जा रहा है. इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि भिलाई के वायर ड्राइंग का नाम एक बार फिर देश प्रदेश में हो सके. भिलाई मेहता स्टील से अंकित मेहता ने कहा कि स्टील प्लेट के एक्सपोर्ट की संभावना यहां बहुत ज्यादा है लेकिन कुछ समस्याएं आ रही हैं. सेल और आपके सहयोग की जरूरत है.  

केवी पॉलिटेक के युवा उद्योगपति निश्चय झा ने कहा कि युवा टीम अब उद्योग में आना चाहती है. काफी संख्या में बेरोजगार युवक हैं जो उच्च शिक्षित हैं. उद्योग के साथ एजुकेशन लाइन खोलने में उनकी मदद की जानी चाहिए. यह युवा टीम प्रदेश के शिक्षा को आगे ले जाना चाहती है. ऐसे में यदि बीएसपी के ऐसे शैक्षणिक संस्थान जो अब बंद हो गए हैं और बीएसपी प्रबंधन नहीं चला पा रहा. आपके सहयोग से शिक्षित युवाओं को लीज रेंट पर यदि मिल जाए तो ना केवल बेरोजगारी दूर हो बल्कि युवाओं को काम भी मिल सकेगा.

उद्योगपतियों की बातों को ध्यान पूर्वक सुनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ढाई एकड़ से 10 एकड़ तक की जमीन को जल्द से जल्द फ्री होल्ड करने वे आदेशित कर रहे हैं. प्रदेश से यदि काम बाहर जा रहे हैं तो उन्हें रोकने का काम भी सख्ती से किया जाएगा. इसके साथ ही बिजली और अन्य समस्याएं जो उद्योग को प्रभावित कर रही हैं उन पर विभागीय बैठक कर त्वरित निर्णय लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि कोविड-19 से बचने के लिए वे लोग प्रयास करें. जो भी ट्रांसपोर्ट के तहत वाहन बाहर से आ रहे हैं उसके ड्राइवर एवं कंडक्टर को एक रूम में सारी फैसिलिटी के साथ रखें. बाहर से आने वाले मजदूरों पर भी नजर रखें क्योंकि इनसे ही यह बीमारी ज्यादा फैल रही है.

मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि हम जल्द ही कोरोला पर नियंत्रण कर लेंगे, इसके लिए जरूरत है हमें कुछ परहेज रखने की. आप सभी स्वस्थ रहेंगे तभी उद्योग व्यापार सुचारु रुप से चल सकेगा और प्रदेश उन्नति कर सकेगा. बैठक के अंत में झा ने मुख्य मंत्री का धन्यवाद दिया तथा कहा कि आप प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अलग-अलग उद्योगपतियों से बात कर रहे हैं.बैठक में बोरई से रवि गुप्ता, राजनांदगांव से बहादुर अली, अनिल गुप्ता, संतोष शर्मा सहित अन्य उद्योगपति उपस्थित थे.

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