December 22, 2024

दो सालों में भारत के कोने-कोने में हरियाली!, पर्यावरण से जुड़ी देश के लिए बड़ी गुड न्यूज

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नई दिल्ली। भारत में पर्यावरण से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आई है। दो सालों के दौरान देश में ट्री कवर और फॉरेस्ट कवर दोनों ही बढ़ गए हैं। हालांकि ट्री कवर की तुलना में फॉरेस्ट कवर में मामूली इजाफा ही हुआ है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह ने शनिवार को इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट (ISFR) 2023 जारी की जिसमें यह दावा किया गया। ISFR रिपोर्ट के अनुसार देश का फॉरेस्ट एंड ट्री कवर बढ़कर 25.17 प्रतिशत हो गया है। 2021 में यह 24.62 प्रतिशत था।

अब देश में कुल फॉरेस्ट कवर 7 लाख 15 हजार 342.61 स्क्वायर किलोमीटर हो गया है। यह देश के जोग्राफिकल एरिया का 21.76 प्रतिशत है। वहीं, ट्री कवर भी देश के कुल जोग्राफिकल एरिया का 3.41 प्रतिशत है। अब देश का कुल फॉरेस्ट एंड ट्री कवर 8 लाख 27 हजार 356.95 स्क्वायर किलोमीटर है। इस रिपोर्ट में पहली बार एग्रोफॉरेस्ट लैंड के बड़े पेड़ों को भी शामिल किया गया है। गौरतलब है कि फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ISFR 2023 रिपोर्ट को आने में करीब एक साल की देरी हुई है। यह रिपोर्ट पिछले साल ही आ जानी चाहिए थी। इस रिपोर्ट में बढ़ते स्टॉक, वन क्षेत्र से बाहर लगे पेड़ों, मांग्रोव कवर, बैंबू और फॉरेस्ट कार्बन स्टॉक का असेसमेंट सामने आता है।

पांच राज्यों में बढ़ा, पांच में ही कम हुआ ट्री कवर
जहां एक ओर पांच राज्यों में फॉरेस्ट एंड ट्री कवर बढ़ा है वहीं पांच राज्यों में यह कम भी हुआ है। छत्तीसगढ़, यूपी, ओडिशा, राजस्थान और झारखंड में यह बढ़ा है। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, नागालैंड, बिहार और त्रिपुरा में यह कम हुआ है। मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट, फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज के अनुसार छत्तीसगढ़ में फॉरेस्ट एंड ट्री कवर सबसे ज्यादा बढ़ा है।

छत्तीसगढ़ में यह 684 स्क्वायर किलोमीटर, उत्तर प्रदेश में 559 स्क्वायर किलोमीटर, ओडिशा में 559 स्क्वायर किलोमीटर और राजस्थान में 394 स्क्वायर किलोमीटर बढ़ा है। वहीं फॉरेस्ट कवर की बात करें तो यह सबसे ज्यादा मिजोरम में 242 स्क्वायर किलोमीटर, गुजरात में 180 स्क्वायर किलोमीटर और ओडिशा में 152 स्क्वायर किलोमीटर बढ़ा है। क्षेत्रफल के हिसाब से देखा जाए तो सबसे बड़ा फॉरेस्ट एंड ट्री कवर मध्य प्रदेश के पास है। एमपी में 85,724 स्क्वायर किलोमीटर, अरुणाचल प्रदेश में 67,083 स्क्वायर किलोमीटर और महाराष्ट्र के पास 65,383 स्क्वायर किलोमीटर फॉरेस्ट कवर है।

जंगलों में आग पर भी आया डेटा
इस रिपोर्ट में जंगलों में आग लगने के मामले को भी कवर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड के जंगलों में सबसे अधिक 21,033 आग के मामले सामने आए हैं। इसके बाद ओडिशा में 20,973 और छत्तीसगढ़ में 18,950 जंगल में आग के माले मामले सामने आए। जिलों की बात करें तो महाराष्ट्र के गडचिरोली में 7042, आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारमा राजा में 6399 और छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 5018 ऐसी घटनाएं हुईं।

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