September 20, 2024

विज्ञापन से प्रभावित होकर 7 साल इस्तेमाल किया प्रोडक्ट, रिजल्ट नहीं मिला तो कंपनी पर कर दिया केस, जानें क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली। मशहूर बिजनेसमैन हर्ष गोयनका सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह कई बार ऐसी पोस्ट कर देते हैं जो चर्चा का विषय बन जाती है। ऐसी ही एक पोस्ट उन्होंने एक्स पर रविवार को की है। इस पोस्ट में उन्होंने बताया है कि एक कस्टमर ने हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) पर धोखाधड़ी और मानसिक प्रताड़ना का केस किया है। यह केस भी काफी दिलचस्प वजह से किया गया है। हर्ष गोयनका की यह पोस्ट काफी वायरल हो रही है। इस पोस्ट को खबर लिखे जाने तक 4 लाख से ज्यादा यूजर पढ़ चुके हैं। 500 से ज्यादा यूजर ने रिप्लाई भी दिया है। वहीं 650 से ज्यादा यूजर्स रीपोस्ट और 4.8 हजार यूजर लाइक कर चुके हैं।

हर्ष गोयनका ने अपनी पोस्ट में बताया है कि वैभव बेदी नाम के एक कस्टमर ने HUL कंपनी के प्रोडक्ट एक्स (AXE) को लेकर कंपनी पर धोखाधड़ी और मानसिक प्रताड़ना का केस किया है। इस प्रोडक्ट के विज्ञापन में कंपनी बताती है कि इसे इस्तेमाल करने के बाद इसकी खुशबू से महिलाएं आकर्षित होती हैं। लेकिन वैभव का कहना है कि उसने 7 साल तक इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद भी कोई महिला उनकी तरफ आकर्षित नहीं हुई। गोयनका ने भी चुटकी लेते हुए लिखा है, ‘एक्स इफेक्ट कहां है?’ गोयनका की इस पोस्ट पर यूजर्स ने भी मजे ले लिए हैं।

यूजर्स बोले- अच्छा किया
हर्ष गोयनका की इस पोस्ट पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई ने इसे सही बताया है। @ThombreMilind हैंडल से मिलिंद नाम के यूजर ने लिखा है, ‘भगवान का शुक्र है, आखिरकार किसी ने ऐसा किया। मैं पिछले 10 वर्षों से इसका इस्तेमाल कर रहा हूं। आकर्षण और दूसरी चीजों के लिए इतने समय तक मेरी तरफ किसी ने ध्यान तक नहीं दिया। मैंने इतने समय में इस प्रोडक्ट पर 31,200 रुपये खर्च किए हैं। मुझे इसके बदले में 5 गुना खर्च चाहिए। इसमें अपमान के लिए 4 गुना कीमत शामिल है। क्या मुझे और मांगना चाहिए?’

सरकार ला चुकी है कानून
बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में विज्ञापन में भ्रामक चीजों या लाइनों के इस्तेमाल को लेकर सख्त कानून ला चुकी है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट का भ्रामक तरीके से विज्ञापन करती है तो उस पर भारी जुर्माना लग सकता है। बावजूद इसके अभी भी कई प्रोडक्ट के विज्ञापन में भ्रामक चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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