एक मुख्यमंत्री, जिन्होंने पूरे किए जनता के सपने, क्या एक बार फिर वो बन पाएंगे उनके ‘अपने’
रायपुर। CM Bhupesh Baghel: 1980 के दशक में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले भूपेश बघेल वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं। सीएम बघेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया है। इस दौरान उन्होंने राज्य विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
योजनाओं से जनता को सारी सुख-सुविधाएं मिली
छत्तीसगढ़ की कमान संभालने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने अपने कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए विशेष पहल की है। चाहे बात ग्रामीण इलाकों की हो, बस्तर के आदिवासियों की हो या फिर शहरों में निवास करने वाले लोगों की हो, हर वर्ग के विकास के लिए भूपेश सरकार ने योजनाएं बनाई है। इन योजनाओं से प्रदेश की जनता को सारी सुख-सुविधाएं मिली हैं। भूपेश सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिकों की समस्याओं का निवारण किया है। खान-पान, बिजली-बिल, पानी की समस्या, शिक्षा, बेरोजगारी, खेत-खलिहान, किसानों के किस्त आदि से लेकर ग्रामीणों की सभी परेशानियों को दूर किया है, जिसके लिए यहां की जनता कभी सपना देखा करती थी। भूपेश सरकार ने अपनी विभिन्न योजनाओं से छत्तीसगढ़ वासियों को राहत दी है। सीएम बघेल की विशेष पहल से प्रदेश में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं।
राजनीतिक जीवन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1980 के दशक में की थी। वर्ष 1985 में वे भारतीय युवा कांग्रेस में शामिल हुए और दुर्ग जिले के अध्यक्ष बनाए गए। वे वर्ष 1993 में पाटन निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार चुने गए। भूपेश बघेल वर्ष 1993 से 2001 तक मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के निदेशक रहे। वे 1990 से 1994 तक जिला युवक कांग्रेस कमेटी, दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष भी रहे।
वर्ष 1994 में मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया
भूपेश बघेल को वर्ष 1994 में मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया। वे वर्ष 1998 में विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए और दिग्विजय सिंह सरकार में राज्यमंत्री (लोक शिकायत विभाग में) नियुक्त किए गए। इसके बाद वर्ष 2000 में जब छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया, तब बघेल राजस्व, लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग और राहत कार्य के पहले मंत्री बने और वर्ष 2003 तक इस पद पर बने रहे। इसके बाद में उसी क्षेत्र से वर्ष 2003 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने।
2014 में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया
भूपेश बघेल वर्ष 2003 से 2008 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के उपनेता नियुक्त किए गए। वर्ष 2004 में उन्होंने दुर्ग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से संसदीय चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह वर्ष 2009 के आम चुनाव में भी उन्हें बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ हार मिली। वर्ष 2014 में उन्हें कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और वर्ष 2018 में वे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रमुख रहे। हाल ही में हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में बघेल ने पाटन सीट से जीत हासिल की है।
भूपेश बघेल का जन्म 23 अगस्त 1961 को दुर्ग, मध्य प्रदेश (अब छत्तीसगढ़ में) में कुर्मी क्षत्रिय परिवार में हुआ। भूपेश बघेल के पिता का नाम नंद कुमार बघेल और माता का नाम बिंदेश्वरी बघेल है। भूपेश बघेल का विवाह मुक्तिश्वरी बघेल से हुआ है, उनके चार बच्चे हैं।