CG : किसानों को अमित शाह का गुरु मंत्र, धान को बनाएं ब्रांड, डेयरी उद्योग से मिटेगा नक्सलवाद
रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर दौरे से लौटने के बाद रायपुर में साय सरकार के मंत्रियों के साथ अहम मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने कई विचार पेश किए. धान की खेती से लेकर सहकारिता और डेयरी उद्योग को लेकर अमित शाह ने अपनी बातें रखी. उन्होंने धान किसानों को कई टिप्स दिए. जिससे किसान आने वाले समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं.
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि दो प्रमुख सहकारी ब्रांड, नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) का भारत ब्रांड और अमूल का अमूल ब्रांड अब जनता को जैविक खाद्यान्न की आपूर्ति करेगा. अगले चार वर्षों में प्रमाणित जैविक खाद्यान्न जिनका पूरी तरह से परीक्षण किया गया है, भारतीय बाजार के हर जिले में उपलब्ध होंगे. अमित शाह ने कहा कि कि एनसीओएल, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच समझौता हुआ है. इससे यहां के किसानों को भी फाया होगा. भारत में वर्तमान में 16 जैविक उत्पाद ऑनलाइन तौर पर उपलब्ध है.
एनसीओएल पूरे देश में एक संगठन के तौर पर काम करेगा. यह पूरे भारत में सहकारी समितियों और संस्थानों के उत्पादित जैविक उत्पादों की सप्लाई चेन को मेनेटेन करेगा. यह जैविक उत्पादों को एकत्रित करने, ब्रांडिंग करने और बाजार में लाने के लिए काम करेगा. कोई भी सहकारी समिति या व्यक्तियों का समूह इसका सदस्य बन सकता है. अब तक इसमें 2 हजार सहकारी समितियां सदस्य के तौर पर जुड़ चुकी है- अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री
अमित शाह ने रायपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के धान किसानों को धान उत्पादन को लेकर बदलाव करना चाहिए. धान को भारत ब्रांड के जरिए बेचने की कोशिश करनी चाहिए. अगर छत्तीसगढ़ के किसान धान की खेती भारत ब्रांड के उद्देश्य के साथ करेंगे तो उन्हें फायदा होगा. भारत ब्रांड के तहत धान को ऑर्गेनिक तरीके से उपजाएंगे तो यहां के किसानों को अच्छा फायदा हो सकता है.
अगर आप छत्तीसगढ़ के धान को भारत ब्रांड के नाम से उपजाएंगे तो इसका बाजार और बढ़ेगा. आपका धान ज्यादा कीमत पर बिकेगा. इससे यहां के किसानों को ज्यादा फायदा होगा- अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि डेयरी उद्योग के विकास से छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का नाश हो सकता है. अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 5 लाख लीटर दूध का जो लक्ष्य सरकार ने रखा है. इसे बदलना होगा और इसको बढ़ाने की जरूरत है. इसमें कोऑपरेटिव में किसानों किसी संख्या को मजबूत करना होगा. इसके साथ छत्तीसगढ़ के मल्टीपरपज डेली पैक्स को बनाना होगा. छत्तीसगढ़ दुग्ध उत्पादक सहकारिता समिति को मजबूत करना होगा. इस संदर्भ में छत्तीसगढ़ को पैसे की कमी ना पड़े इसके लिए पूरी व्यवस्था करनी होगी.
दूध उत्पादन का मामला केवल दूध उत्पादन तक नहीं है. यह उनके आर्थिक समृद्धि का जरिया है जो नक्सलवाद को मिटाने के लिए काफी अहम है. पूरे छत्तीसगढ़ में हर किसान डेयरी उत्पादन का सदस्य हो और हर घर से दूध पैदा हो यह आवश्यक है. इसके लिए सरकार को इंतजाम करना होगा- अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री
छत्तीसगढ़ की महिलाएं मेहनत करती हैं और उन्हें उनके मेहनत का दाम मिलना चाहिए. खास तौर पर डेयरी प्रोजेक्ट में जो महिलाएं हैं. उनको पूरा फायदा होना चाहिए जिससे उनकी आर्थिक समृद्धि भी होगी और विकास भी होगा. यह एक आइडियल कोऑपरेटिव फेडरेशन होगा और इसके लिए छत्तीसगढ़ में पूरी पोटेंशियल है. इसके लिए कोऑपरेटिव को मजबूत करना होगा- अमित शाह, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री
अमित शाह ने जोर देकर कहा कि छत्तीसगढ़ के सभी गांवों में डेयरी कोऑपरेटिव बनाने की जरूरत है. इस टारगेट के तहत छत्तीसगढ़ सरकार को काम करना चाहिए. मैं उस राज्य से आता हूं जहां डेयरी कोऑपरेटिव ने कमाल कर रखा है. यहां की महिालओं ने डेयरी उद्योग के विकास के लिए काफी काम किया है. महिलाओं ने डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने में अहम भूमिका अदा की है.