CG – कांग्रेस के भीतर घमासान! सत्ता और संगठन की तकरार क्या रंग दिखाएगी? PCC चीफ मरकाम बोले- पार्टी आलाकमान के हर आदेश को…
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सत्ताधारी दल कांग्रेस में सदस्यों को नई जिम्मेदारी को लेकर मचे घमासान के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने शनिवार को कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी पार्टी आलाकमान के हर आदेश और निर्देश को स्वीकार करेगी. वहीँ सत्ता और संगठन के मध्य तालमेल का अभाव साफ़ साफ़ देखा जा रहा हैं। राजनितिक गलियारों में एक बार फिर प्रदेश संगठन में शीर्ष स्तर पर फेरबदल की चर्चा चल पड़ी हैं। वैसे भी सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के मध्य बीते कुछ माह से उहापोह की स्थिति बनी हुई हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ सदस्यों को नई जिम्मेदारी को लेकर मरकाम के आदेश और प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के इस आदेश को निरस्त करने के बाद कथित रूप से राज्य में सत्ता और संगठन के बीच दूरी बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. इस बीच, मरकाम ने स्पष्ट किया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी पार्टी आलाकमान के निर्देशों का पालन करेगी.
हालांकि, कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि शनिवार देर शाम तक छत्तीसगढ़ पीसीसी ने कुमारी सैलजा के निर्देश के अनुसार कांग्रेस नेता रवि घोष को महामंत्री प्रशासन और संगठन के रूप में नियुक्त करने के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया.
इससे पहले शुक्रवार को राजनांदगांव शहर में मरकाम ने संवाददाताओं से कहा था कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा द्वारा पूर्व में की गई नियुक्तियों को रद्द करने के आदेश की समीक्षा की जा रही है.
इस मुद्दे पर चल रहे विवाद का जवाब देते हुए मरकाम ने आज कहा, ”यदि कोई मुद्दा है तो हम बैठेंगे, बात करेंगे और इसे सुलझा लेंगे. मैं कह रहा हूं कि हमें सैलजा जी का हर आदेश मंजूर है.”
उन्होंने कहा, ”वह (कुमारी सैलजा) हमारी अभिभावक और मार्गदर्शक हैं. छत्तीसगढ़ पीसीसी उनके हर आदेश और निर्देश का पालन करती है. कांग्रेस पार्टी में एक अनुशासन है और हर कोई आलाकमान के आदेश का पालन करता है और हम ऐसा करते रहेंगे.”
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने इस महीने की 16 तारीख को संगठन में फेरबदल का आदेश जारी किया था. आदेश के मुताबिक, कांग्रेस नेता अरुण सिसोदिया को राजनांदगांव जिले के प्रभारी महामंत्री से प्रभारी महामंत्री प्रशासन और संगठन के पद पर, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष को प्रभारी बस्तर संभाग के पद पर, प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला को प्रभारी रायपुर शहर यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के पद पर, उपाध्यक्ष और प्रभारी रायपुर शहर प्रतिमा चंद्राकर को प्रभारी राजनांदगांव के पद पर, महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला को प्रभारी मोहला मानपुर के पद पर तथा महामंत्री और प्रभारी कोंडागांव यशवर्धन राव को प्रभारी प्रशिक्षण के पद पर नियुक्त किया था.
बताया जा रहा है कि मरकाम के इस आदेश के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी. पार्टी नेताओं ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के इस आदेश के बाद राज्य प्रभारी कुमारी सैलजा ने 21 जून को मोहन मरकाम को पत्र लिखकर 16 जून के आदेश को निरस्त कर दिया था. सैलजा ने मरकाम को संबोधित करते हुए पत्र में कहा था कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रवि घोष को महामंत्री प्रभारी, प्रशासन एवं संगठन के पद का प्रभार दिया जाए और यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला बृहस्पतिवार देर शाम मुख्यमंत्री आवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान आया था. बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कुमारी सैलजा, मोहन मरकाम समेत कुछ मंत्री भी मौजूद थे. छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होगा. कांग्रेस में इस फैसले को पार्टी के अंदर की खींचतान के नतीजे के तौर पर देखा जा रहा है.