CG – BJP में टिकट को लेकर घमासान : घोषित प्रत्याशी का चौतरफा विरोध, कार्यकर्ता नहीं कर रहे प्रचार, बाकी के 5 सीटों पर नाम को लेकर पार्टी के हाथ पाँव फुले…
रायपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर,राजिम,तखतपुर सहित कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के टिकट को लेकर सिर फुटव्वल जारी है. जशपुर विधानसभा से चुने प्रत्याशी का विरोध करने राजधानी रायपुर आए बीजेपी कार्यकर्ताओं की मुलाकात प्रदेश अध्यक्ष से हुई. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष से अपनी बातें रखते हुए दर्जनों कार्यकर्ता रो पड़े. ठोस आश्वासन के बाद ही हटने की बात कही है।
बता दें कि, जशपुर से प्रत्याशी रायमुनि भगत का बीजेपी कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं. पिछले 3 दिन से बीजेपी कार्यालय के बाहर विरोध में डटे हुए हैं. कार्यकर्ता गणेश राम भगत को टिकट देने की मांग कर रहे हैं. इस दौरान अरुण साव ने कार्यकर्ताओं के बीच बैठकर उनकी बात सुनी।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि, अरुण साव ने उन्हें आश्वासन दिया है, शीर्ष नेतृत्व तक बात पहुंचा दी जाएगी. गणेश राम जी औऱ आप सभी कार्यकर्ताओं का सम्मान रखा जाएगा. जशपुर विधानसभा में जो कुछ तथाकथित नेता अनर्गल या गलत बातें कर रहे उन्हें समझाया जाएगा. सभी कार्यकर्ता का हम सम्मान करते हैं।
टिकट कटने पर रो पड़े थे गणेश राम भगत
बता दें कि, जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक और भाजपा के पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा की टिकट से वंचित रखे जाने पर उनका एक रोने वाला वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था.गणेश राम भगत इस वायरल वीडियों मे जनजातीय सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं की बैठक में विधानसभा की टिकट नहीं मिलने पर उपस्थित लोगों को सांत्वना दे रहे थे. भाजपा नेताओं का आश्वासन के बाद भी टिकट नहीं दिऐ जाने की बात करते हुए वे अपने आंसुओं को नहीं रोक सके।
बेमेतरा में भी संभावित प्रत्याशी को लेकर पार्टी में बवाल की आशंका!
इसी तरह की स्थिति राजिम, तखतपुर सहित और भी को क्षेत्रों में हैं। जहाँ कार्यकर्ता प्रत्याशी घोषित होने के बाद अनमने ढंग से कार्य कर रहे हैं। कही कहीं तो कार्यकर्त्ता घर बैठ गए हैं या फिर विधानसभा छोड़कर ही अन्यत्र चले गए हैं। बेमेतरा को लेकर भी पार्टी अब तक अनिर्णय की स्थिति में हैं। वहां से चाँद दिनों पूर्व जोगी कांग्रेस से भाजपा से आये योगेश तिवारी को टिकट दिए जाने की चर्चा मात्र से कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। इसलिए भाजपा चाहकर भी अब तक प्रत्याशी यहाँ घोषित नहीं कर पाई हैं। यदि तिवारी यहाँ प्रत्याशी बनाये जाते हैं तो बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पार्टी से पलायन कर जाएंगे इसकी आशंका पार्टी नेतृत्व को चिंता में डाल रखी हैं।