CG के सांसद मोहन मंडावी ने सदन में दर्ज करायी 100% उपस्थिति, सभापति ने कहा ‘छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया’
बालोद । कांकेर लोक सभा क्षेत्र (Kanker Lok Sabha Constituency) के सांसद मोहन मंडावी (Member of Parliament Mohan Mandavi) की लोकसभा (Lok Sabha) में शत प्रतिशत उपस्थिति रही है, जिसको लेकर संसद सत्र के दौरान उनका सम्मान किया गया. संसदीय सत्र के बाद बालोद जिले आगमन पर सांसद मोहन मंडावी ने मीडिया से चर्चा कर बताए कि उन्हे जो भी जिम्मेदारी मिलती है, वे उसे पूरी जिम्मेदारी से निभाते हैं. लोकसभा में उनके द्वारा समय समय पर क्षेत्र के कई मामले उठाए गए और क्षेत्र में करोड़ों रुपयों के विकास कार्य भी इनके माध्यम से कराए गए हैं. वहीं सभापति ने बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया.
17वीं लोकसभा में BJP के दो सदस्यों की 100% उपस्थिति रही
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो सदस्यों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रही है. सांसद मोहन मंडावी और भागीरथ चौधरी ने 17वीं लोकसभा में एक भी दिन न चूकने का अनूठा गौरव हासिल किया है. सांसद मोहन ने आगे कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र कांकेर का प्रतिनिधित्व करता हूं.
कांकेर लोकसभा सांसद मोहन मंडावी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि “जिस काम को मुझे सौंपा जाता है, उसको मैं करता हूं. जब मैं पीएससी में भी था, उसमें भी कभी अनुपस्थित नहीं रहा और जब मैं लोकसभा में आया तक यहां भी कोरोना काल में सदन सुना रहता था उस समय बहुत कम सदस्य उपस्तिथि होते थे. इसको मैं रामकाज मानता हूं, सेवा मानता हूं. मेरे गांव में मेला होता है या कोई शादी-विवाह भी होता है, उसको छोड़कर भी मैं सदन में रहता हूं. मुझे शत प्रतिशत उपस्थिति और उत्कृष्ट सांसद का दर्जा मिला, इसके लिए सभी का धन्यवाद.”
रामायणी सांसद के नाम से प्रसिद्ध है मंडावी
कांकेर लोकसभा के सांसद मोहन मंडावी के नाम कई उपलब्धियां हैं. वे दुनिया के ऐसे पहले सांसद हैं, जिन्होंने 51 हजार परिवारों को श्रीरामचरितमानस की प्रतियां वितरित कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड (Golden Book of World Records) में अपना नाम दर्ज किया है. सांसद मोहन मंडावी रामायणी सांसद के नाम से देशभर में जाने जाते हैं. गांव-गांव में उनकी रामायण मंडलिया हैं.
सांसद मोहन मंडावी अपनी बातों को रामचरित मानस के चौपाई के माध्यम से कहते हैं. वें सदन में भी हर मुद्दों और विकास कार्यों की मांग रामचरित मानस के चौपाइयों के माध्यम से करते हैं।
सांसद मोहन मंडावी गांव-गांव का दौरा कर महिला-पुरुष मानस मंडली का गठन करवाते हैं. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और उड़ीसा के कई गांव में उनकी रामायण मंडली हैं. हर साल इन मंडलियों द्वारा गांवों में रामायण मानस गान सम्मेलन और प्रतियोगिता आयोजित किया जाता है. जिसमें सांसद मोहन मंडावी मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचते हैं.