CG NEWS : जब करवा चौथ और दीवाली नहीं मना पाई थीं डेप्युटी CM विजय शर्मा की पत्नी, जानें क्या थी वजह…
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में बुधवार को कवर्धा विधायक विजय शर्मा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री समेत दिग्गज नेता पहुंचे थे।
उनके गृह नगर कवर्धा के भारतमाता प्रतिमा स्थल पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। जहां शहरवासियों ने विधायक विजय को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेते लाइव देखा। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पारिवारिक पृष्ठभूमि देखें, तो उनका जन्म 19 जुलाई 1973 में हुआ था। वे कवर्धा के पत्रकारिता के स्तंभ स्व. रतन लाल शर्मा के बेटे हैं। विजय शर्मा की शिक्षा के प्रति काफी रूचि रही। उन्होंने दो विषय में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की है। वे मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय से कम्प्यूटर में एमसीए किया है। वहीं डिप्लोमा इन इंग्लिश लैंग्वेज की पढ़ाई वर्ष 1997 में पं. रविशंकर विश्वविद्यालय से पूरी की। 1994 से 1996 में भौतिकी शास्त्र में एमएससी की पढ़ाई पूरी की।
टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी में की है नौकरी
प्रोफेशन कॅरियर की बात करें तो 1996 से 1998 तक उन्होंने रायपुर के सेंट्रल कॉलेज, प्रगति कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज में बतौर लेक्चरर कार्य किया। वे फिजिक्स पढ़ाते थे। वहीं 1998 से 2001 तक रायपुर के एक निजी टेलीकॉम कंपनी में ऑपरेटर की नौकरी भी की।
छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय
1989 से 1991 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कवर्धा नगर इकाई के सहसंयोजक रहे। वर्ष 1991 ABVP के पैनल से स्वामी करपात्री जी हायर सेकेंडरी स्कूल कवर्धा के शाला नायक बने। इसके बाद उन्होंने छात्र संघर्ष मोर्चा का गठन किया और दो सालों तक छात्र हित के विभिन्न मुद्दे उठाते रहे। 2001 में वे सक्रिय राजनीति में आ गए। वर्ष 2004 में उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनाया गया। 2010 तक वे इस पद पर बने रहे। इसके बाद 2011 से 2015 तक भाजपा जिला महामंत्री और फिर भाजपा का जिला कार्यकारी अध्यक्ष भी बने। मार्च 2016 से 2020 तक प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे और फिर 2020 में जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए।
झंडा विवाद से सुर्खियों में आए मंत्री को हराया
पहली बार विजय शर्मा उपमुख्यमंत्री और विधायक चुने गए हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार मे वनमंत्री रहे मो. अकबर को करीब 40 हजार वोटों से हराया है। 2021 मे कवर्धा में हुए झंडा विवाद के बाद सुर्खियों में आए विजय शर्मा को जेल जाना पड़ा था। अब पार्टी ने उन्हें टिकट दी और उन्होंने मंत्री मोहम्मद अकबर को बड़े अंतर से हरा दिया। विजय शर्मा के शपथ ग्रहण के बाद कवर्धा के लोगों में काफी उत्साह नजर आया।
नहीं मना पाई थीं करवा चौथ और दीवाली
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पत्नी रश्मि शर्मा बताती हैं कि वे दीवाली और करवाचौथ नहीं मना पाई थीं। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण में जाना था, लेकिन मां की तबीयत के साथ उनकी (रश्मि शर्मा) भी तबीयत ठीक नहीं थी। मां की सेवा जरूरी है। उन्होंने बताया कि 20 साल से लोगों की सेवा करते खुद देख रही हूं। किसानों और हर पीड़ित की मदद करने के लिए आगे रहते हैं।
आए दिन किसानों के फोन आते हैं। कभी बिजली समस्या, तो कभी किसानों की अन्य समस्याओं को लेकर। किसानों को हक दिलाने के लिए अधिकारियों से भी भीड़ जाते हैं। सोचा नहीं था कि विधायक बनने के बाद सीधे उपमुख्यमंत्री बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब शहर में भय और आतंक का राज खत्म होगा। जिला सहित प्रदेश में विकास होगा। 2021 में झंडा कांड हुआ था, तब वे (विजय शर्मा) जेल में थे। जिसके कारण करवा चौथ और दीपावली नहीं मना पाए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि यह जनता की जीत है। बचपन से ही पूजा पाठ करते थे। विजय जनता के साथ मेरी भी खूब सेवा करते है।