March 13, 2025

राजीव गांधी की पढ़ाई पर सफाई देते फिर रहे कांग्रेसी, बीजेपी गदगद – मणिशंकर ने मौज करा दी!

AYYAR
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और यूपीए सरकार में मंत्री रहे मणिशंकर अय्यर ने इस बार गांधी परिवार को ही असहज स्थिति में डाल दिया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर उनके दावे से बीजेपी की बांछें खिल गई हैं तो कांग्रेस नेताओं को बचाव में दलीलें देनी पड़ रही है। बीजेपी ने मणि शंकर का एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में अय्यर दावा कर रहे हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और बाद में लंदन के इंपीरियल कॉलेज में फेल हो गए थे। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि आखिर राजीव गांधी कैम्ब्रीज में फेल कैसे हो गए जहां फेल होना, फर्स्ट होने से बहुत कठिन है! बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर यह वीडियो शेयर किया।

https://twitter.com/amitmalviya/status/1897199130340176181

इस बार गांधी परिवार ही बना मणिशंकर का निशाना
इस वीडियो में अय्यर यह कहते दिख रहे हैं कि कई लोगों को आश्चर्य होता था कि कॉलेज में फेल होने वाले एक एयरलाइन पायलट राजीव गांधी, प्रधानमंत्री कैसे बन गए। हालांकि, अय्यर ने अपनी बात पूरी नहीं की और गांधी की पढ़ाई में आईं मुश्किलों के बारे में बताने लगे। अय्यर कहते हैं, ‘इंदिरा जी का नाम तो सब जानते हैं। इसी तरह जब राजीव प्रधानमंत्री बने तो लोगों ने सोचा, दूसरों की बात छोड़िए, मैंने भी यही सोचा कि ये तो एक एयरलाइन पायलट हैं और दो बार फेल हो चुके हैं।’

बचाव में उतरे कांग्रेस नेता
इस बीच, कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें गांधी के अकादमिक रिकॉर्ड के बजाय उनकी राजनीति और प्रधानमंत्री के रूप में किए गए कामों के आधार पर उनकी सफलता का आकलन करना चाहिए। अय्यर के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा, ‘फेल होना कोई बड़ी बात नहीं है, अच्छे-अच्छे लोग भी कभी-कभी फेल हो जाते हैं।’ अनवर ने आगे कहा, ‘लेकिन वो राजनीति में फेल नहीं हुए। जब उन्हें राजनीतिक जिम्मेदारी दी गई और वो प्रधानमंत्री बने, तो मेरा मानना है कि हमारे देश में बहुत कम ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिन्होंने सिर्फ पांच सालों में इतना कुछ हासिल किया हो।’

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी मालवीय पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि अमित मालवीय को ‘चीजों को एडिट करने की आदत” है। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘सवाल यह नहीं है कि राजीव गांधी पास हुए या फेल। राजीव गांधी एक प्रधानमंत्री के रूप में कैसे थे? प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव गांधी ने किस तरह का काम किया? अगर आप राजीव गांधी का विश्लेषण करना चाहते हैं, तो आपको उनके काम का विश्लेषण करना होगा।’

कांग्रेस सांसद कुंवर दानिश अली ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने गांधी को उस नेता के रूप में याद किया जिसने देश में आईटी क्रांति और आधुनिकीकरण लाया। हरीश रावत भी इस बहस में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के संसदीय भाषण आज भी नेताओं का मार्गदर्शन करते हैं। रावत बोले, ‘मैं राजीव गांधी को जानता था, जिन्होंने देश को एक आधुनिक दृष्टिकोण दिया। उन्होंने अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के लिए ठोस कदम उठाए।’ हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस का एक वर्ग उनके साथ नहीं खड़ा हुआ, ‘वरना देश का इतिहास कुछ और होता।’

विवाद के बाद भी बयान पर टिके मणिशंकर
अपने बयान पर बहस छिड़ने के बाद मणिशंकर अय्यर ने मीडिया संस्थान इंडिया टुडे से बात की। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी खुद अपने अकादमिक रिकॉर्ड के बारे में खुलकर बात करते थे और इसे कभी छिपाने की कोशिश नहीं करते थे। अय्यर ने कहा, ‘मैंने 45 साल पहले राजीव गांधी को एक इंटरव्यू में यह कहते सुना था कि वो कैम्ब्रिज में अपनी परीक्षा में फेल हो गए थे, और बाद में उन्होंने मुझे बताया कि वो इंपीरियल कॉलेज में भी अपनी परीक्षा में फेल हो गए थे। वो इसके बारे में खुलकर बात करते थे। वो इसके बारे में पाखंडी नहीं थे। उन्होंने इसे छिपाने की कोशिश नहीं की।’

सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, गांधी ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में पढ़े लेकिन जल्द ही लंदन के इंपीरियल कॉलेज में चले गए, जहां उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया। बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें ‘परीक्षाओं के लिए रटने’ में कोई दिलचस्पी नहीं थी। इंग्लैंड से लौटने के बाद, राजीव ने दिल्ली फ्लाइंग क्लब की प्रवेश परीक्षा पास की और एक कमर्शियल पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया। जल्द ही वो देश की सरकारी एयरलाइंस कंपनी इंडियन एयरलाइंस में पायलट बन गए। अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री बने थे। एक आत्मघाती हमले में 21 मई, 1991 की राजीव गांधी की भी हत्या हो गई थी।

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