आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा में पेश, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा- आंकड़ों से स्पष्ट है बीते साल धीमी रही छत्तीसगढ़ की विकास की रफ्तार…
रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया. सर्वेक्षण के महत्त्वपूर्व आंकड़ों में जीडीपी वर्ष 2022-23 में प्रदेश की जीडीपी 3 लाख 2 हजार 102 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 3 लाख 21 हजार 900 करोड़ रुपए हो गई है. जीडीपी की विकास दर स्थिर भाव पर 6.16% रही है, वहीं देशभर की जीडीपी की तुलना में वृद्धि दर 7.32 प्रतिशत रही है.
आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बजट के पूर्व पिछले वर्ष का आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाता है. वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा के पटल पर रखा गया है. हमारी सरकार कल बजट प्रस्तुत करेगी. आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़ों से स्पष्ट है कि हमारे छत्तीसगढ़ के विकास गति धीमी रही है.
आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2023-24, के प्रमुख बिन्दू सकल राज्य घरेलू उत्पाद GSDP (Gross State Domestic Product) वर्ष 2022-23 (त्वरित) एवं 2023-24 (अग्रिम) अनुमान
विधानसभा बजट सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य का “आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2023-24” पटल पर प्रस्तुत किया गया. इस प्रकाशन के प्रमुख बिन्दू में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान (GSDP) वर्ष 2022-23 का त्वरित एवं वर्ष 2023-24 का अग्रिम अनुमान संक्षेप में विवरण निम्नानुसार एवं तालिका 1 एवं 2 में दिया गया है. साथ ही अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं, समाजार्थिक स्थिति उसे प्रभावित करने वाले आधारभूत घटकों एवं राज्य शासन की योजनाओं के संदर्भ में प्रगति की विवेचनात्मक अध्ययन है.
1 सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) वर्ष 2023-24 में प्रगति की सम्भावनायें
1.1 स्थिर मावों पर (आधार वर्ष 2011-12):- अग्रिम अनुमान वर्ष 2023-24 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद बाजार मूल्य (GSDP at Market Prices) पर गत वर्ष 2022-23 की तुलना में 6.56 प्रतिशत वृद्धि अनुमानित है. जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 3.23 प्रतिशत वृद्धि, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) 7.13 प्रतिशत वृद्धि एवं सेवा क्षेत्र में 5.02 प्रतिशत वृद्धि अनुमानित है.
1.2 प्रचलित भावों पर अग्रिम अनुमान वर्ष 2023-24 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) (GSDP at Market Prices) पर गत वर्ष 2022-23 के रुपये 4,64,399 करोड़ से बढ़कर रुपये 5,05,887 करोड़ होना संभावित है, जो कि 8.93 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. जिसमे वर्ष 2022-23 में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र रुपये 89,530 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में रुपये 97,628 करोड़, इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र में रुपये 1,96,817 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में रुपये 2,12,903 करोड एवं सेवा क्षेत्र में रुपये 1,53,066 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023-24 में रुपये 1,65,891 करोड होना संभावित है, जो कि गत वर्ष की तुलना में प्रतिशत वृद्धि क्रमशः 9.05, 8.17 एवं 8.38 प्रतिशत आंकलित है.
- वर्ष 2022-23 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) के त्वरित अनुमान स्थिर भावों (आधार वर्ष 2011-12 ) पर :- राज्य के सकल घरेलू उत्पाद बाजार मूल्य (GSDP at Market Prices) त्वरित अनुमान के अनुसार गत वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 में 7.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 4.87 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) में 7.67 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र में 8.28 प्रतिशत वृद्धि हुई है.