कांग्रेस की सूची पर पूर्व CM रमन सिंह का सियासी प्रहार, बोले- CONG परिवारवाद की राजनीति का जनक, जय-वीरू की जोड़ी हो चुकी खंडित…
रायपुर। कांग्रेस की टिकट घोषित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. रमन सिंह ने कहा, टिकट जारी होने के बाद अंदर का विरोध खुलकर सामने आने लगे हैं, जिसकी चर्चा वर्षों से थी. नाराजगी, इस्तीफा, रूठना और मनाने का खेल चलता रहा. जय-वीरू की जोड़ी खंडित हो चुकी है. जनघोषणा पत्र में अपने आपको अलग करने का निर्णय लिया. कांग्रेस ने विश्वास तोड़ा इसलिए टीएस बाबा समिति में नहीं रहने का फैसला लिया. टिकट वितरण के बाद ही नाम सामने आ रहे हैं. अलग-अलग व्यक्ति के नाम सामने आ रहे हैं. बृहस्पति सिंह की टिकट कटने के पर रमन सिंह बोले, इनमें टकराव पहले से है. जिस व्यक्ति ने हत्या का आरोप लगा दिया था, उसी का टिकट काटा.
रायपुर ग्रामीण से विधायक के बेटे को टिकट दिए जाने पर रमन सिंह ने परिवारवाद का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, उनका परिवार, परिवार नहीं होता. हिंदुस्तान का सबसे बड़ा परिवारवाद है, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के बाद प्रियंका उसके बाद उनका बच्चा राजनीति करेगा और शीर्ष पद पर रहेगा. परिवारवाद की राजनीति का जनक कांग्रेस है. ये सबसे बड़ा उदाहरण है. आगे रमन सिंह ने कहा, कांग्रेस के पास नामांकन के लिए कोई बड़ा फेस नहीं है. राहुल गांधी और सोनिया गांधी को बुला लें, इनके अलावा किसी नेता की गिनती होती नहीं. न इनकी पार्टी में कोई नेता है.
अमित शाह के बयान पर रमन सिंह ने कहा, अमित शाह ने ये कई बार कहा है, भ्रष्टाचार में कीर्तिमान स्थापित कांग्रेस सरकार ने किया है. भ्रष्टाचार करने में कोई क्षेत्र नहीं छोड़ा. जो PSC, शराब, कोयला, चावल में पैसा खा सकता है, ऐसा भ्रष्टाचार पूरे राजनीति जीवन में और हिंदुस्तान में नहीं देखा. महादेव एप के तार भी सीधे जुड़े हुए हैं. 4 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने को लेकर रमन सिंह ने कहा, सीट डिक्लियर हो चुकी है निर्णय लेना बाकी है.
बस्तर में कांग्रेस की सभा पर रमन सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा, अब बस्तर तो खिसक चुका है. सीएम जाएं या ना जाएं पता नहीं चलता. जनता का रुझान आचार संहिता लगने के बाद खुलकर सामने आ गया है. उत्साह के साथ नामांकन हो रहा है.कांग्रेस की सभा में आधी कुर्सियां खाली हो गई. भाजपा युद्धस्तर पर एक-एक विस को आइडेंटिफाई कर रही है. बस्तर की 12 और राजनांदगांव की 8 सीटों पर 20 केंद्रीय नेतृत्व ने निगाहें बना रखी है. अगले चरण में बाकी सीटों पर भी भाजपा के वरिष्ठ लोग आएंगे और वातारण का जो निर्माण हुआ है उसे आगे बढ़ाएंगे.