January 1, 2025

CG VIDEO : विकास को नई उड़ान देगा मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा, पीएम मोदी ने किया वर्चुअल लोकार्पण

MODI-AMBIKA

सरगुजा। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रही हैं। इसके साथ ही साय सरकार प्रदेश के लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाने पर काम कर रही है। इसमें केंद्र सरकार भी राज्य सरकार की पूरी मदद कर रही है। इसी के तहत रविवार को छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में बने मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों से शुभारंभ किया गया। राज्य के विकास की नई उड़ान भरने के लिए मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा पूरी तरह से तैयार है।

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा अब हवाई सेवा से जुड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को मां महामाया एयरपोर्ट अम्बिकापुर का वर्चुअल लोकार्पण किये। लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्यपाल रमेन डेका सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। जहां उनका जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा पुष्प भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया।

क्या बोले सीएम विष्णुदेव साय
मां महामाया एयरपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह एयरपोर्ट सिर्फ एक नया हवाई अड्डा नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की एक कोशिश है। इस एयरपोर्ट से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और क्षेत्र के विकास के लिए नए रास्ते खुलेंगे। यह एयरपोर्ट सरगुजा के लोगों के लिए सिर्फ यात्रा करने का नया जरिया नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ की आर्थिक और सामाजिक विकास का एक नया अध्याय है। इस एयरपोर्ट के जरिए छत्तीसगढ़ की प्रगति को नई ऊंचाई मिलेगी।

80 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ मां महामाया एयरपोर्ट
मां महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर में लगभग 80 करोड़ की लागत से कार्य किए गए हैं। दरिमा हवाई पट्टी का निर्माण वर्ष 1950 में हुआ था, इसे प्रारंभिक दौर में डब्ल्यूबीएम सतह से निर्मित किया गया था, जिसकी लंबाई 1200 मीटर थी। यह हवाई पट्टी अम्बिकापुर शहर से 13 किमी की दूरी पर दरिमा ग्राम में निर्मित है। इसका सम्पूर्ण क्षेत्रफल 365 एकड़ है और यह हवाई पटटी समुद्र तल से 1924 फीट ऊंचाई में स्थित है।

हवाई अड्डे के विकास के लिए 46.27 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति लोक निर्माण विभाग को जारी की गई, जिसके तहत लोक निर्माण विभाग के ने दिसंबर 2021 से उन्नयन कार्य तीन सीव्हीएफआर के अनुरूप शुरू किया। लोक निर्माण विभाग की ओर से अप्रैल 2023 को कार्य को पूर्ण कराकर लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया, जिसके तहत डीजीसीए ने मई 2023 को निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद पूर्ण औपचारिकताओं को पूर्ण करते हुए डीजीसीए ने 15 मार्च 2024 को एरोड्रम लाईसेंस जारी किया। रनवे को लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया।

रनवे की लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया। रनवे के मजबूतीकरण के लिए पीसीएन को बढ़ाकर 25 किया गया जिसे एटीआर 72 के अनुरूप किया गया। नये एपरोन को 110×127 मीटर का बनाया गया, जो कि एक साथ दो एटीआर 72 हवाई जहाज को खड़ा करने के लिए उपयुक्त है। इसके साथ आईसोलेशन वे, दोनों तरफ आरईएसए एवं 25×150 मीटर के दो टैक्सी-वे का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही पैरीमीटर रोड एवं अन्य एप्रोच रोड का डामरीकरण कार्य कराया गया। पूर्ण क्षेत्रफल लगभग 8 कि.मी. की लम्बाई में बाउण्ड्रीवाल की ऊंचाई 1.5 मीटर से बढ़ाकर 3.2 मीटर की गई। सारे आंतरिक मार्गों का डामरीकरण एवं रोड फर्नीचरिंग एवं मार्किंग का कार्य कराया गया। टर्मिनल भवन का उन्नयनीकरण 20 यात्रियों से बढ़कर 72 यात्रियों के अनुरूप किया गया। एटीसी ऑफिस, एमईटी ऑफिस, एसीसीआर रूम, फायर स्टोर, इलेक्ट्रीकल पैनल रूम अन्य अधोसंरचना के कार्य कराये गये हैं।

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