रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों खिलाफ हो रही कार्रवाई से नक्सली अब घुटने पर आ गए है. वहीं नक्सलियों ने एक बार फिर प्रेस नोट जारी किया है, और शांति वार्ता की अपील की है. ये प्रेस नोट नक्सलियों की उत्तर-पश्चिम सब ज़ोनल ब्यूरो प्रभारी रूपेश ने जारी किया है.

नक्सलियों ने की शांतिवार्ता की अपील
नक्सलियों ने एक बार फिर शांति वार्ता का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने इसके लिए प्रेस नोट जारी किया है. नक्सली नेता का कहना है कि शांति वार्ता के लिए स्थानीय नेतृत्वकारी स्थानीय नेतृत्व का राय लेना ज़रूरी हैं. अनुकूल माहौल के लिए कगार अभियान को रोकना ज़रूरी हैं. उन्होंने कहा कि विजय शर्मा द्वारा उठाए गए विषयों को वार्ता के एजेंडे में तय कर सकते हैं.
इसके पहले भी जारी किया था लेटर
बता दें कि नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी मेंबर अभय उर्फ वेणुगोपाल का एक कथित लेटर सामने आया था. जिसमें अब नक्सली सरकार से युद्ध विराम की अपील कर रहे थे. बंदूक की नोंक पर सत्ता हासिल करने की बात रखने वाले नक्सली अब युद्ध विराम चाहते थे. करीब चार दशकों तक देश में लाल आतंक के जरिए उत्पात मचाने वाले नक्सली अब शांति चाहते हैं. दो पन्नों का ये लेटर तेलगु भाषा में था, जो 28 मार्च को जारी किया गया था.
अभी युद्ध विराम नहीं हो सकता
इसके पहले भी नक्सलियों के शांति वार्ता वाले लेटर पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस की थी. उन्होंने कहा था कि पत्र की ऑथेंसिटी चेक करने की जरूरत है. पहले भी पत्र आया था. अभी युद्ध विराम करने कहा गया है, ये नहीं हो सकता है. सरकार एक गोली नहीं चलाना चाहती है. अगर वाकई में चर्चा और बातचीत चाहते है, तो सरकार 100 बार तैयार है. नक्सली अपनी समिति बना लें. अगर नक्सली बातचीत करना चाहते हैं तो वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए व्हाट्सएप के जरिए सरकार से अपनी बात रखें.
सरकार और फोर्स रुकने वाली नहीं – विजय शर्मा
उन्होंने कहा था कि केंद्र और राज्य बातचीत के लिए तैयार है. हमारा मन नहीं भटकने वाला है. हम भ्रमित होने वाले नहीं है. युद्ध विराम बिल्कुल नहीं होगा. 10 बार समितियाँ बनीं, कुछ नहीं हुआ. अब उन्हें सरकार के पास आना होगा, अब सरकार कुछ नहीं करेगी. देश की सर्वश्रेष्ठ नक्सल नीति हमारी है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार और फोर्स बिल्कुल नहीं रुकने वाली है.