December 13, 2024

CG में राजनीतिक हलचल तेज़ : बृजमोहन अग्रवाल को दी जा सकती है संगठन की कमान!, बुधवार को CM साय सहित कई मंत्रियों का दिल्ली दौरा…

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बुधवार को दिल्ली दौरे पर रहेंगे. सीएम सुबह करीब 9 बजे विशेष विमान से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे. वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा रात की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचेंगे, वित्त मंत्री ओ पी चौधरी की भी इस दौरे पर जाने की खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सदन में रात्रि विश्राम करेंगे. राजनितिक हलकों में इस बात की चर्चा हैं की तेज तर्रार भाजपा नेता व सांसद बृजमोहन अग्रवाल को सूबे के संगठन की कमान सौपी जा सकती हैं।

मुख्यमंत्री के इस दौरे में जाने की खबर के बाद छत्तीसगढ़ में रजनीतिक हलचल तेज हो गई है. माना जा रहा है कि रात में ही सीएम साय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिमंडल के विस्तार समेत संगठन और निगम आयोग में नियुक्ति सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. वही राज्य के पांच निकायों को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. 18 जुलाई को यह अवार्ड मिलेगा. यह सम्मान दीन दयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मिलेगा. दिल्ली में शहरी एवं आवास मंत्री मनोहर लाल खट्टर यह पुरुस्कार प्रदान करेंगे. उसके भी प्रदेश के मंत्री शामिल होंगे।

बता दें की हाल ही में सांसद बनने के बाद अग्रवाल ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा दिया हैं। उन्हें केंद्र में मंत्री बनाये जाने के कयास लगाए जा रहे थे। मगर मंत्रिमंडल में तोखन साहू को स्थान मिला। इसके बाद बृजमोहन अग्रवाल के समथकों में मायूसी देखी गई, पर अब बृजमोहन को प्रदेश संगठन की कमान सौपे जाने की चर्चा से प्रदेश भाजपा में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा हैं।

राज्‍य कैबिनेट में मंत्री के 2 पद खाली हैं. एक पद पहले से खाली रखा गया था, जबकि दूसरा पद वरिष्‍ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्‍तीफे की वजह से खाली हुआ है. राज्‍य कैबिनेट में 2 नए मंत्रियों की एंट्री होनी है. ऐसे में सीनियर नेताओं से मुलाकात के बाद सीएम साय योग्य दावेदारों के नाम पर भी मंथन कर सकते हैं. बताया जा रहा हैं कि यदि अग्रवाल को संगठन की कमान दी जाती हैं तब मंत्रिमंडल में बस्तर को प्रतिनिधित्व मिलना तय हो जायेगा। वहीँ रायपुर से किसी विधायक को मंत्रिमंडल में लिए जाने पर संशय बना रहेगा।

बहरहाल बुधवार को साय केबिनेट के आधे से ज्यादा सदस्य देश की राजधानी में डेरा डालेंगे जहाँ सत्ता और संगठन को लेकर कोई ठोस निर्णय लिए जा सकते हैं।

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