CG में महादेव ऐप पर राजनीति तेज, सीएम बघेल ने केंद्र से पूछे सवाल; हमने तो कार्रवाई की, आप क्या कर रहे हैं?
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। इस बीच महादेव ऐप को लेकर सियासी गेम तेज हो गया है। सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा में सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ऐप को बंद क्यों नहीं करती?, ऐप बंद करने का काम केंद्र का है, राज्य का नहीं? बता दें कि ईडी ने महादेव ऐप मामले में आरोपित बनाए गए 14 लोगों के खिलाफ रविवार को चार्जशीट दायर की है।
सीएम बघेल ने बीजेपी के आरोपों पर किया पलटवार
इस दौरान सीएम बघेल ने महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप को लेकर ईडी के चालान पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि चुनावी फंड ले लिया होगा, इसलिए ऐप बंद नहीं करवा रहे। भाजपा ने महादेव सट्टे का पैसा दाऊद और पाकिस्तान के जरिए कांग्रेस को मिलने के प्रश्न पर कहा कि इससे मुर्खतापूर्ण और हास्यास्पद क्या ही हो सकता है। पूरे देश में शायद किसी राज्य ने कार्रवाई की तो छत्तीसगढ़ में हमने की।
हमने कार्रवाई की, आप नहीं कर रहे
सीएम बघेल ने ऐप के संचालक को गिरफ्तार करने पर कहा कि जो विदेश में है। यह ऐप पूरे हिंदुस्तान में चल रहा है। उसमें आप ही के लोग (भाजपा) तो बैठते हैं। केक काट रहें, पार्टी कर रहे हैं, उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे। हमने कार्रवाई की, आप नहीं कर रहे, आपके क्या संबंध हैं। सीएम ने पाकिस्तान से पैसे आने के आरोप प्रश्न पर कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सट्टा आम लोग खेलते हैं। पैसा वो वसूल रहे, लोगों को बर्बाद कर रहे और ये जीएसटी लगा रहे, कार्रवाई नहीं कर रहे? कर रहे हैं, तो हमारे लोगों को पकड़ रहे, सलाहकार को पकड़ रहे, जहां कुछ नहीं मिला। केवल बदनाम करने की कार्रवाई कर रहे, संचालक को क्यों नहीं पकड़ रहे? अगर हिम्मत है तो इन सवालों के जवाब दे देना।
गौरव भाटिया ने लगाए आरोप
बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता में भूपेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को सट्टा ऐप से प्यार है और भ्रष्टाचार से मोहब्बत है। इस दौरान उन्होंने सीएम के सवाल केंद्र ने महादेव ऐप क्यों बंद नहीं किया, पर कहा कि मुख्यमंत्री को अपने संवैधानिक अधिकारों को पढ़ लेना चाहिए। उन्हें अधिकार है कि वह छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप को रोक सकते हैं।