छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कहा- यहां के लोग बहुत अच्छे इसलिए कहा जाता है ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भाषण देते हुए राष्ट्रपति का स्वागत किया. विधानसभा अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में मौजूद विधायकों के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही विधानसभा में पारित की गई योजनाओं की जानकारी दी. रमन सिंह ने बताया कि अब तक कुछ 565 विधेयक पारित किए गए. सिंह ने ये भी बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में पक्ष और विपक्ष मिलकर किसी भी विधेयक को एक मत से पारित करते हैं. पक्ष और विपक्ष के बीच मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं हैं. रमन सिंह ने बताया कि हर साल पक्ष और विपक्ष के उतकृष्ट विधायक को सर्वेश्रेष्ठ विधायक का चुनाव होता है. जल्द ही छत्तीसगढ़ विधानसभा नया रायपुर में लगेगी.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में सदन के नेता और सीएम विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का शॉल और श्रीफल के साथ स्वागत किया. इस अवसर पर सदस्य संदर्भ किताब का विमोचन छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के हाथों हुआ. नेता प्रतिपक्ष ने राष्ट्रपति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि पक्ष और विपक्ष मिलकर छत्तीसगढ़ की उन्नति के लिए काम कर रहे हैं.
सीएम विष्णुदेव साय ने विधानसभा में संबोधित करते हुए कहा “छत्तीसगढ़ के लिए ये अवसर ऐतिहासिक है कि विधानसभा के रजन जयंती समारोह में राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की. इसके लिए छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की तरफ से राष्ट्रपति का स्वागत है. साल 2000 में छत्तीसगढ़ का निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था. यह वर्ष अटल जी की जन्म शताब्दी का वर्ष है. सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक अच्छे वातावरण में सदन का काम आगे बढ़ रहा है. विधानसभा सदस्यों के लिए आईआईएम रायपुर में पब्लिक लीडरशिप कार्यक्रम आयोजित किया गया था. हमारा सौभग्य है कि आज आप हमारे बीच उपस्थित है. आज हम शिष्य भाव से आपको सुनेंगे और आपके अनुभव का लाभ और मार्गदर्शन लेंगे.”

राज्यपाल रमेन डेका ने सदन को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया. राज्यपाल ने कहा- “छत्तीसगढ़ में अटल जी के सपनों के अनुसार विकास कार्य किए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा 25 साल की यात्रा पूरी कर रही है. इस अवसर पर राष्ट्रपति का आगमन इस कार्यक्रम को खास बना रहा है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के 90 सदस्यों में महिला विधायकों की संख्या 19 है, जो महिला सशक्तीकरण का अच्छा उदाहरण है. स्वामी विवेकानंद ने अपने किशोर जीवन के कुछ वर्ष छत्तीसगढ़ में बिताए हैं. यह विधानसभा देश के लोकतंत्रिक व्यवस्था का अभिन्न अंग है. आपके संबोधन से सदन के सदस्य विधानसभा में और अच्छे से काम कर सकेंगे.”