रमन सिंह ने कहा-बजट में फ्री वैक्सीन का तो प्रावधान ही नहीं, CM भूपेश बोले- PM इन्कार तो करें व्यवस्था हो जाएगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ का वार्षिक बजट आने के बाद पक्ष विपक्ष में वाद प्रतिवाद शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले कोरोना की फ्री वैक्सीन का वादा किया था। बजट में तो उसका कोई प्रावधान ही नहीं रखा है। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रधानमंत्री सबको फ्री वैक्सीन लगाने से इन्कार तो करें। हम सभी को फ्री वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था कर लेंगे।
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस बजट में संकुचित आर्थिक दृष्टि दिखती है। पूरे बजट में मौलिक नीति का अभाव है। ऐसा लग रहा है कि केंद्र सरकार की योजनाओं को सामने रखकर बजट का फ्रेम प्रस्तुत किया गया है। राज्य सरकार के पास कुछ था ही नहीं। इन्होंने अपना चुनावी घोषणापत्र भी पढ़ना बंद कर दिया है। न इसमें बोनस की बात है, न युवाओं को 2500 रुपये भत्ता देने की बात। किसान, महिला, कर्मचारियों के साथ बजट में मजाक किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, दो दिन पहले ही इन्होंने घोषणा किया था कि हम लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन देंगे। छत्तीसगढ़ के 2 करोड़ 75 लाख लोगों के लिए वैक्सीन की कोई व्यवस्था ही नहीं है। सबसे दु:खद है, 32 प्रतिशत जनजातीय आबादी के लिए मुश्किल से 170 करोड़ रुपये का प्रावधान है। पूंजीगत व्यय 17 प्रतिशत से घटकर 14 प्रतिशत हो गया। पहली बार बजट का आकार छोटा हुआ है। डॉ. रमन सिंह ने कहा, यह विकास की राह में अड़चन डालने वाला बजट है।
विधानसभा परिसर में प्रेस से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, केंद्र सरकार ने अभी तक देश के 3 करोड़ लोगों को ही नि:शुल्क टीका देने का कार्यक्रम पेश किया है। वह टीकाकरण जारी है। मैंने पहले भी कहा था, आज भी कह रहा हूं अगर केंद्र सरकार ने पूरी आबादी को नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन लगाने से इन्कार किया तो हम छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए व्यवस्था करेंगे। जब कोरोना फैलना शुरू हुआ था, उसका भी बजट में कोई प्रावधान नहीं था। जरूरत पड़ी तो व्यवस्था हुई। अब भी जरूरत पड़ेगी तो व्यवस्था की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री के हमलों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, डॉ. रमन सिंह बड़े अर्थशास्त्री हैं। उनको केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मार्गदर्शन मंडल में शामिल हो जाना चाहिए। उन्हें केंद्र को बताना चाहिए कि ऐसे कुशल अर्थशास्त्रियों के रहते हुए GDP की नकाकरात्मक ग्रोथ सात प्रतिशत कैसे पार कर गई। प्रति व्यक्ति आय कैसे कम हो गई। सेवा क्षेत्र की ग्रोथ कैसे गिर गई।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा,बीते 2 वर्षों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से खोखला हो चुका है। प्रदेश में कर्ज लेकर घी पीने वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा, नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का दावा करने वाले CM को बताना चाहिए कि कैसे गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़? ऐसे विजन रहित दिशाहीन बजट से यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ गढ़ने चले हैं तो वे समझ ले छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, पहली बार बजट का आकार पिछले बजट से छोटा हुआ है। नहीं तो लगातार बजट में वृद्धि होती रही है। यह दुर्भाग्यजनक स्थिति है। इस बजट में राजस्व व्यय 83 हजार करोड़ और पूंजीगत व्यय 13 हजार करोड़ रुपये है। इससे पता चलता है कि क्या विकास होना है। जो बजट प्रस्तुत किया गया है वह केंद्र पर आश्रित है। राज्य के खुद के स्रोतों से कुछ भी नहीं है। इस बजट में नया कुछ भी शामिल नहीं किया गया है। किसानों, नौजवानों के लिए कुछ नहीं है।
रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे कहा, यह मुख्यमंत्री के द्वारा आम लोगो के लिये बनाया गया बजट हैै। महिला स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे अगर वे 400 करोड़ रुपया बजट मे देतेे हैं तो यह इस बात का द्योतक है कि जमीन से जुडे़ हुए मुख्यमंत्री लोगो का ध्यान रखते हैं। जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा, यह बहुत शानदार बजट है। छत्तीसगढ़ के हर वर्ग को, सभी विभागों को समायोजित किया गया है।