‘भ्रष्टाचार का सरगना’ वाले तंज पर शरद पवार का पलटवार : अमित शाह का जिक्र कर बोले- सावधान, तड़ीपार अब गृह मंत्री…
संभाजीनगर। एनसीपी (SCP) प्रमुख शरद पवार ने खुद को “राजनीति में भ्रष्टाचार का सरगना” कहे जाने के 6 दिन बाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पटलवार किया। शुक्रवार देर शाम महाराष्ट्र के संभाजीनगर में एक कार्यक्रम में पवार ने कहा- यह अजीब है कि एक व्यक्ति जिसे सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात से बाहर कर दिया था, वह इस तरह एक अहम मंत्रालय का नेतृत्व कर रहा है। सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ केस में अमित शाह को 2010 में दो साल के लिए गुजरात से तड़ीपार कर दिया गया था। हालांकि, बाद में 2014 में शाह इस मामले से बरी हो गए थे।
शरद पवार बोले- उस वक्त अमित शाह गुजरात में गृह मंत्री थे। उन्होंने कानूनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शाह को राज्य से तड़ीपार करने का आदेश दिया। वही व्यक्ति अब देश का गृह मंत्री बन चुका है और देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी के साथ ऐसे बयान दे रहा है।
‘सावधान रहें, देश गलत दिशा में बढ़ सकता है’
शरद पवार ने कहा, “जिनके हाथों में सत्ता है, उन्होंने अपने सोचने का तरीका नहीं बदला। हम सभी को सावधान रहना चाहिए, नहीं तो देश गलत दिशा में आगे बढ़ सकता है।” कार्यक्रम में एनसीपी नेता राजेश टोपे के एक भाषण का जिक्र करते हुए पवार ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा- “टोपे ने कहा कि उन्होंने मेरी उंगली पकड़कर राजनीति में प्रवेश किया। मुझे उनके बयान पर भरोसा नहीं है, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी यही कहा था, मुझे अपनी उंगली पर भरोसा है।”
शाह ने शरद पवार को बताया था भ्रष्टाचार का सरगना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते रविवार को पुणे में पार्टी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था- आप (शरद पवार) भ्रम फैलाकर चुनाव जीतना चाहते हैं। भारत की राजनीति में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सरगना शरद पवार है। मैं डंके की चोट पर कह सकता हूं कि इस देश में कोई भी सरकार में भ्रष्टाचार को संस्थागत करने का काम शरद पवार आपने किया है। आप हम पर आरोप लगा रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता जान गए हैं कि इस बार आपके झूठ नहीं चलेंगे। हमें घर-घर इस झूठ का पर्दाफाश करना है। मैं शरद पवार से पूछता हूं कि यूपीए की 10 साल की सरकार में आपके राज में महाराष्ट्र को क्या मिला?