धमतरी। छत्तीसगढ़ सरकार लगातार नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील कर रही है. गुरुवार को पहले राजधानी रायपुर में डिप्टी सीएम ने नक्सलियों की शांति वार्ता की अपील वाले प्रेस नोट पर जवाब दिया और नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की. इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी धमतरी में नक्सलियों से हथियार छोड़ने और मुख्यधारा में लौटने की अपील की.
नक्सलियों को सीएम का संदेश: नक्सलियों के लिए खुला संदेश देते हुए सीएम साय ने कहा कि हमने शुरू से ही उनके लिए रास्ता खोलकर रखा है. माओवादियों से बार बार आह्वान कर रहे हैं कि गोली बारी का रास्ता छोड़ दीजिए और विकास की मुख्यधारा से जुड़ जाइये.
सरेंडर और पुनर्वास नीति: सीएम साय ने यह भी कहा कि ”नक्सलियों के साथ सरकार न्याय करेगी, पुनर्वास देगी, रोजगार से जोड़ने का काम करेंगे और यह सब कर भी रहे हैं. जो आत्मसमर्पण कर मुख्याधारा में लौट रेहे हैं, उनके साथ सरकार न्याय कर भी रही है और यह रास्ता सभी नक्सलियों के लिए खुला है.”
मगरलोड ब्लॉक का रांकाडीह गांव: धमतरी के मगरलोड ब्लॉक अंतर्गत रांकाडीह गांव में आदिवासी समाज द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शामिल हुए. नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों के सम्मान के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम साय ने दोहराया कि नक्सलियों को लगातार मुख्य धारा में लौटने की अपील की जा रही है. सीएम ने कहा कि जो नक्सली हथियार छोड़ेंगे वापस आएंगे, उनके साथ सरकार न्याय करेगी,उनका पुनर्वास करेगी.
माओवाद के खात्मे की डेडलाइन: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन तय की है. हाल ही में बस्तर पंडुम में शामिल होने दंतेवाड़ा पहुंचे अमित शाह ने एक बार फिर यही बात दोहराई. शाह ने दंतेवाड़ा में खुद भी नक्सलियों से हथियार डालकर सरेंडर करने की अपील की थी. अब छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से भी लगातार नक्सलियों को हथियार डालने और मुख्य धारा से जोड़ने की अपील की जा रही है.