CG : विधानसभा का तीसरा दिन; अजय चंद्राकर और विजय शर्मा में नोंकझोंक, विपक्ष ने किया हंगामा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है. आज तीसरे दिन अस्पतालों में फायर सेफ्टी का मुद्दा गूंजा और नक्सलवाद को लेकर विजय शर्मा से सवाल पूछे गए. वहीं DMF मद से स्वीकृत सड़क को लेकर विजय शर्मा और अजय चंद्राकर के बीच नोंकझोंक भी हुई.
अजय चंद्राकर और विजय शर्मा के भी नोंकझोंक
छतीसगढ़ विधान सभा के तीसरे दिन विधायक अजय चंद्राकर के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से दंतेवाड़ा में DMF मद से स्वीकृत सड़क को लेकर सवाल पूछा था. संतुष्टिपूर्ण जवाब न मिलने पर विधायक और मंत्री के बीच नोंकझोंक हुई. वहीं मंत्री के जवाब को लेकर विपक्ष ने भी सदन में हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बाद मंत्री ने मामले में जांच की घोषणा की. विधायक अजय चंद्राकर ने जांच की घोषणा पर धन्यवाद दिया.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने दोनों नेताओं को सवाल दी, उन्होंने कहा कि टोन नीचे करके बात कीजिए, संसदीय तरीके से बात करिए.
विजय शर्मा ने की कार्रवाई की बात
वहीं DMF फंड से सड़क में गड़बड़ी को लेकर विजय शर्मा ने कहा कि तत्कालीन दो एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, दो sdo को निलंबित कर जांच की जा रही है, एक सब इंजीनियर निलंबित कर दिया गया है और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर होगी.
विधानसभा में उठा अस्पतालों में फायर सेफ्टी का मुद्दा
विधानसभा में तीसरे दिन भाजपा के विधायक धर्मजीत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल से पूछा सवाल – प्रदेश में कितने सरकारी और प्राइवेट अस्पताल है. इन अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम के क्या प्रावधान है… फायर सेफ्टी सिस्टम का आडिट कब-कब हुआ. जिन अस्पतालों में फायर सिस्टम अपडेट नही है या सिस्टम नही है उन पर क्या कार्रवाई हुई?
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दिया जवाब
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सदन में जानकारी दी. प्रदेश में 1129 प्राइवेट अस्पताल है. सरकारी अस्पतालों के पंजीकरण का कोई प्रावधान नही है. छग सरकार की 29 नवंबर 2022 की अधिसूचना के अनुसार 30 से अधिक बिस्तर वाले और क्रिटिकल केयर यूनिट वाले अस्पतालों को फायर सेफ्टी प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है. जिन अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम नही है उनके लायसेंस सस्पेंड और निरस्तीकरण के साथ जुर्माने के भी प्रावधान है. वर्तमान में फ़ायर सेफ्टी सिस्टम का आडिट चल रहा है. सरकार ने हर जिले में जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया है. विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा – 13 तारीख को जानकारी देने के निर्देश जारी किए गए है.
चरणदास महंत ने नक्सल क्षेत्र में हो रही मौतों को लेकर पूछा सवाल
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने 1 जुलाई से 24 नवंबर तक 24 आम नागरिकों की मौत को लेकर सवाल किया, उन्होंने पूछा कि इनमें कौन बच्चे है, कितने की मौत हुई है. इसके जवाब में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष की कुदृष्टि वाली बात मेरे समझ में नहीं आई, उन्होंने नक्सलवाद के इस विषय पर तंज सारा समाज खेल रहा है जानकारी देने में कोई परेशानी नहीं है, परन्तु कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा. 24 जुलाई को जब हम यही पर बैठे थे इसे में उन्होंने अपनी शंका व्यक्त की थी भरमार बंदूक को लेकर उन्होंने आरोप सुरक्षा बलों और जवानों पर लगाया था. उस दौरान अध्यक्ष ने कहा भी था कि यह सेंसेटिव इशू है, उसके बाद भी ऐसा पूछा जा रहा है.
हंगामा कर मुद्दों से भटका रही विपक्ष – विजय शर्मा
मंत्री विजय शर्मा ये बड़ा ही अजीब प्रश्न है, कौन नक्सली है, बारूद असल कहा रखा गया ये बहुत अजीब सवाल है. विजय शर्मा के अलग-अलग कई मुद्दों पर अपनी बात रखने को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन में नारेबाजी करते हुए मुद्दे से भटकाने का काम कर रहे है.