नए सीएम हाउस में क्यों नहीं शिफ्ट हो रहे हैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय?, सामने आई बड़ी वजह, पुराने बंगले में ही रहने की तैयारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय फिलहाल रायपुर स्थिति पुराने सीएम हाउस में ही रहेंगे। नवा रायपुर में बने सीएम हॉउस में शिफ्ट होने के लिए अभी उन्हें और इंतजार करना होगा। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुराने बंगले में ही रहने का फैसला किया है। विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही यह कयास लगने शुरु हो गए थे कि नए सीएम नवा रायपुर रहेंगे। नवा रायपुर में बने सीएम हॉउस की सुरक्षा को लेकर कई अहम प्रोटोकॉल फॉलो करना बाकी है। यही कारण है कि राज्य के चौथे मुख्यमंत्री फिलहाल सिविल लाइन स्थित बंगले में ही रहेंगे।
सीएम हाउस नवा रायपुर में बनकर तैयार हो गया है लेकिन अभी तक सिक्योरिटी ऑडिट नहीं हुआ है। फिलहाल गृह विभाग ने सुरक्षा मानकों को देखने के बाद ही 11 मंत्रियों नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायपुर के सिविल लाइन, शंकर नगर और जेल रोड में बंगला आवंटित किया है।
कौन-कौन से ऑडिट अधूरे हैं
सिक्योरिटी ऑडिट के दौरान बाउंड्रीवाल की ऊंचाई, बंगले के चारों ओर निगरानी के लिए बनाए जाने वाले वॉच टॉवर की स्थिति सही है या नहीं, बंगले में आने-जाने वाले रास्ते कितने हैं, बंगले के करीब आबादी कितनी है, सीएम हाउस में एंट्री के रास्ते कितने हैं, सुरक्षा बल के जवानों को किन-किन प्वाइंट पर ड्यूटी करना है। इमरजेंसी के दौरान बैकअप प्लान क्या-क्या हो सकते हैं? इमरजेंसी के लिए मेडिकल की सुविधा आसपास कैसी हैं, सीएम हाउस से सबसे करीबी पुलिस थाने की दूरी कितनी है। इन बातों का अभी ऑडिट होना बाकी है।
15 से 20 दिनों में बंगला खाली करेंगे भूपेश बघेल
मौजूदा समय में मुख्यमंत्री निवास में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रह रहे हैं। कहा जा रहा है कि 15 से 20 दिनों में वे मकान खाली कर देंगे और सिविल लाइन में ही उन्हें मिले नए मकान में शिफ्ट हो जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री के बंगला छोड़ने के करीब एक महीने बाद मुख्यमंत्री साय वहां शिफ्ट होंगे। उसके पहले बंगले में कुछ जरूरी बदलाव किए जाएंगे। इससे पहले नवा रायपुर के बंगले का काम भी तेजी से पूरा किया जा रहा था। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा था कि सीएम और पूरा मंत्रिमंडल नवा रायपुर में बने मंत्रियों के बंगले में ही रहेगा।