Karwa Chauth : इस दिन रखा जाएगा करवा चौथ व्रत, भद्रा के कारण केवल यह होगा पूजा करने का शुभ मुहूर्त
रायपुर। Karwa Chauth Moon Timings: हिन्दू धर्म में करवा चौथ का बहुत महत्व माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं. पूरे दिन के व्रत के बाद महिलाएं रात में चांद देखकर अपने पति के हाथों व्रत खोलती हैं. करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर रखा जाता है. इस साल यह तिथि 20 अक्टूबर को पड़ रही है. आइए पंडित जी से जानते हैं कि इस दिन पूजा का शुभ समय क्या होगा और इस तिथि पर भद्रा का साया कब से कब तक रहेगा.
करवा चौथ की मान्यता
करवा चौथ को हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है. इसे सुहागिन महिलाएं हर साल जो कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखती हैं. इस साल यह तिथि इस साल 20 अक्तूबर को है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत करेंगी और पति के हाथों रात में चांद देखकर व्रत खोलेंगी. मान्यता के अनुसार, इस व्रत की शुरूआत हमेशा सरगी खाने से की जाती है, जो सूर्योदय से लगभग 2 घंटे पहले तक खाई जाती है.
करवा चौथ की तिथि
हिन्दू पंचाग की मानें, तो इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्तूबर 2024 को सुबह 6 बजकर 46 मिनट पर होगा, जिसका समापन 21 अक्तूबर 2024 को सुबह 4 बजकर 16 मिनट पर होगा. इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 20 अक्तूबर की शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा. ये मुहूर्त शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहेगा.
इस समय निकलेगा चांद
करवा चौथ पर रात में चांद देखने का इंतजार सभी महिलाओं को होता है. पंचांग की मानें, तो इस साल करवा चौथ पर चांद निकलने का समय शाम 7 बजकर 44 मिनट का है. ऐसे में आप 7 बजकर 53 मिनट के बाद से व्रत का पारण और चंद्रमा की पूजा कर सकते हैं.
भद्रा काल का समय
इस साल करवा चौथ के दिन भद्रा का साया रहेगा. यह भद्रा काल केवल 21 मिनट का होगा जिसका वास स्थान स्वर्ग है. ज्योतिष गणना के अनुसार, करवा चौथ पर भद्रा का साया 20 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
इस योग में करें पूजा
इस साल करवा चौथ पर कृत्तिका नक्षत्र और व्यतीपात का योग बन रहा है. साथ ही, विष्टि, बव और बालव करण बन रहे हैं. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा. अगर बात करें मुहूर्त की, तो इस दिन राहुकाल का समय शाम 4 बजकर 20 मिनट से लेकर पांच बजकर 45 मिनट तक रहेगा. इसके साथ ही, अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. जनरपट इसकी पुष्टि नहीं करता है.)