CG : नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल, ग्राउंड जीरो का वीडियो आया सामने…

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक बार फिर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साजिश रची, लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम रही. मद्देड़ थाना क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान से लौट रही एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम पर नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर हमला किया. यह विस्फोट गोरला नाला के पास मुख्य मार्ग पर उस वक्त हुआ जब एसटीएफ का वाहन वहां से गुजर रहा था.
विस्फोट के बावजूद किसी भी वाहन या कर्मी को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ. हालांकि, शॉक वेव्स (विस्फोट की लहर) के प्रभाव से वाहन चालक समेत दो जवानों को मामूली चोटें आईं.
घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मद्देड़ में भर्ती कराया गया, जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल, बीजापुर भेजा गया. दोनों जवान खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है. घटना के बाद सुरक्षा बलों द्वारा आस-पास के क्षेत्रों की तलाशी ली जा रही है.
क्या अब नेशनल हाईवे भी सुरक्षित नहीं?
जिस नेशनल हाईवे से रोजाना हजारों गाड़ियां गुजरती हैं, वहां नक्सली हमला होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। बताया जा रहा है कि सड़कों के नीचे अभी भी बड़ी मात्रा में आरडीएक्स मौजूद हो सकता है, जिससे खतरा और बढ़ जाता है।
गृह मंत्री विजय शर्मा इसी हाईवे से गुजरे थे!
गौरतलब है कि ठीक एक दिन पहले ही गृह मंत्री विजय शर्मा दंतेवाड़ा से बीजापुर तक सड़क मार्ग से पहुंचे थे। उन्होंने इस सफर का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया था। हालांकि भोपालपट्टनम, बीजापुर से 50 किलोमीटर आगे स्थित है, लेकिन यह हमला उसी हाईवे पर हुआ, जिससे एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है।
बता दें कि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा शनिवार को बीजापुर पहुंचकर गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत अंडरी के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल सुरक्षा बलों के जांबाज जवानों से बीजापुर के रक्षित केंद्र में मुलाकात की। उन्होंने जवानों के साहसिक और सफल ऑपरेशन की सराहना कर उनका हौसला बढ़ाया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों के जवानों की भुजाओं की ताकत के बदौलत आज मैं सड़क मार्ग से बीजपुर आया हूं। इसके पूर्व कोई भी गृहमंत्री सड़क मार्ग से बीजापुर नहीं आए।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ओर से सभी जवानों के लिए शुभकामना संदेश लेकर आया हूं, आपके पराक्रम और शौर्य से बस्तर में सुख-शांति फिर से लौटेगी। इस अभियान से आपने देश और दुनिया की सोच बदली है। भीषण मुठभेड़ में हमारे एक जांबाज जवान शहीद हुए उसको मैं श्रद्धांजलि देता हूं। बस्तर शांति का टापू रहा है, परन्तु कुछ दिग्भ्रमित लोगों के कारण यह की शांति भंग हुई है। हमारे सुरक्षा बल और पुलिस के जवान ऐसे लोगों को खत्म करके ही रहेंगे। यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा ऑपरेशन रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के सकारात्मक परिणाम मिले है। इस अवसर पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पुलिस बल के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।