April 14, 2025

व्हाइट हाउस का चीन पर निशाना : गलत सूचना फैलाने व मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप

trumph
FacebookTwitterWhatsappInstagram

वाशिंगटन।  कोरोना वायरस से निबटने को लेकर चीन के खिलाफ कठोर बयानबाजी करने के बीच ह्वाइट हाउस ने आक्रामक आर्थिक नीतियों, सैन्य ढांचा बढ़ाने, गलत सूचना फैलाने का अभियान चलाने और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के लिए बीजिंग पर बुधवार को निशाना साधा। 

एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि 20 पृष्ठों की इस रिपोर्ट में अमेरिका की नीति में कोई बदलाव नहीं दिखाया गया है, लेकिन इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस उम्मीद से कड़ा रुख अपनाया है कि यह कोरोना वायरस से निबटने को लेकर चीन पर मतदाताओं के आक्रोश को भुनाने का काम करेगा क्योंकि इस संक्रामक रोग से करोड़ों अमेरिकी बेरोजगार हो गए.

ह्वाइट हाउस की इस रिपोर्ट को जारी करने से पहले बुधवार को विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, ‘मीडिया का ध्यान मौजूदा वैश्विक महामारी के खतरों पर केंद्रित है, लेकिन चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की गई सबसे बड़ी चुनौती पर नहीं है.’

उन्होंने कहा, ‘चीन का शासन 1949 से एक क्रूर, तानाशाही सरकार करती रही है. कई दशकों तक हम सोचते रहे कि सरकार हमारी तरह बनेगी, कारोबार के माध्यम से, वैज्ञानिक आदान-प्रदान से, या राजनयिक पहुंच के जरिए. उन्हें विश्व व्यापार संगठन में भी एक विकासशील देश के तौर पर शामिल किया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’

बाद में विदेश विभाग ने एलान किया कि उसने ताइवान की सेना को आधुनिक टोर्पीडो बेचने की मंजूरी दे दी है. इस कदम पर निश्चित तौर पर चीन नाराजगी जाहिर करेगा क्योंकि वह ताइवान को अपना ही हिस्सा बताता है.

यह भी पढ़ें- ट्रंप ने कहा- हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन कोरोना वायरस से ‘बचाव का एक तरीका’रिपोर्ट में कहा गया है, ‘पिछले दो दशकों में चीन में सुधार धीमा और बाधित हुआ है’

अमेरिका और चीन के बीच अपनी ताकत दिखाने की प्रतिस्पर्धा का ताजा उदाहरण विश्व स्वास्थ्य संगठन में देखने को मिला. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की इस सप्ताह वार्षिक सभा में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शामिल हुए शी चिनफिंग ने और अधिक धनराशि तथा समर्थन की पेशकश की.इस बीच ट्रंप ने एक पत्र लिखकर डब्ल्यूएचओ पर चीन के साथ मिलकर कोरोना वायरस के मामले में पर्दा डालने का आरोप लगाया और उसे अमेरिका की ओर से दिए जाने वाले वित्त पोषण को स्थायी तौर पर रोकने की धमकी दी. 

FacebookTwitterWhatsappInstagram
error: Content is protected !!
Exit mobile version