CG : यहाँ शाम होते ही डंडा उठा लेती हैं महिलाएं, चप्पे-चप्पे की लेती हैं तलाशी, पढ़ें हैरान करने वाली कहानी
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले का एक इलाका ऐसा है जहां शाम होते ही कई घरों में अजीबो-गरीब सन्नाटा छा जाता है. इस सन्नाटे के बीच महिलाएं हाथों में लाठी-डंडे लेकर पूरे इलाके में घूमती हैं. वे घर-घर जाकर वहां का माहौल देखती हैं. किसी भी तरह की गड़बड़ होने पर वे तुरंत एक्टिव हो जाती हैं. और, जरूरत पड़ने पर डंडा भी चलाती हैं.
दरअसल, महासमुंद जिले के खल्लारी थाना इलाके की महिलाएं विवाद करने के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक सुधार करने के लिए डंडा हाथ में लेती हैं. वे अपने गांव के आसपास बिकने वाली अवैध शराब और गांजे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए घूमती रहती हैं. वे हर शाम को डंडा लेकर निकलती हैं, ताकि गांव के युवा और बुजुर्ग नशे के गुलाम न हों.
महिलाओं द्वारा इस तरह से नशे के सौदागरों के खिलाफ मोर्चा खोलना कहीं न कही खल्लारी पुलिस की नाकामी या उनकी नशे के सौदागरों से मिली भगत को दर्शाती है. बता दें, खल्लारी थाना क्षेत्र में अवैध शराब और गांजे का कारोबार पनप रहा है. इस कारोबार की शिकायत गांववालों ने कई बार पुलिस से की है.
जब पुलिस ने इलाके में अवैध धंधे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो महिलाओं ने प्रदर्शन किए. इस प्रदर्शन के बाद भी जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो महिलाओं ने इसके खिलाफ खुद लड़ने की सोची. इलाके की महिलाओं ने बैठक कर फैसला किया कि वो अब अपने हाथों में डंडा उठाएंगी. बैठक में तय हुआ कि हर शाम महिलाए घरों से निकलेंगी और अवैध धंधा करने वालों को सबक सिखाएंगीं.
ग्राम पंचायत कोमा की सरपंच सविता गोस्वामी ने कहा कि यहां अवैध शराब की बिक्री कई सालों से हो रही है. इसको बंद करने के लिए हमारे महिला समूह ने लगातार प्रयास किए. यहां महुआ और देशी शराब की बिक्री होती है. इसकी वजह से गांव के छोटे-छोटे बच्चे और बुजुर्ग नशे की आदी हो रहे हैं. इससे घरों का माहौल बिगड़ रहा है. महिलाओं को परेशानी हो रही है.
महासमुंद एएसपी प्रतिभा पाण्डेय का कहना है कि जिला पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. खल्लारी थाना क्षेत्र की भी जो सूचनाएं प्राप्त होती हैं उन पर कार्रवाई होती है. जिला पुलिस द्वारा आबकारी में लगातार कार्रवाई की जा रही है. विगत 10 दिनों में लगभग 88 प्रकरण निपटाए गए. इनमें 522 लीटर शराब जप्त की गई है और आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.