दुर्ग दुष्कर्म और मर्डर को लेकर कांग्रेस निकालेगी न्याय यात्रा, सरकार से सीबीआई जांच की मांग

रायपुर। एक बार फिर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला. इस बार कांग्रेस ने दुर्ग में मासूम से हुई बलात्कार और उसके बाद उसकी हत्या के मामले को लेकर सरकार को घेरा है. इस इस मामले को लेकर कांग्रेस ने दुर्ग से रायपुर तक न्याय पदयात्रा निकाले जाने का ऐलान किया है. साथ ही मुख्यमंत्री निकास घेराव की भी घोषणा की है. इतना ही नहीं कांग्रेस देश पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. कांग्रेस का आरोप है कि राज्य में बीजेपी सरकार बनने के बाद से बेटियां बहने माताएं सुरक्षित नहीं है.
दीपक बैज ने कहा कि नवरात्रि के समय जब पूरे देश में कन्याभोजन हो रहा था. तब छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक मासूम बच्ची के साथ अनाचार हो गया, उसकी हत्या हो गयी.अबोध बच्ची के साथ जो दरिंदगी हुई उसे सुनकर रूह कांप जाती है. राज्य में बीजेपी सरकार बनने के बाद बेटियां, बहनें, मातायें सुरक्षित नही है.लगातार दुराचार की घटनाएं बढ़ रही है.अपराधी बेलगाम हो गए हैं. उनमें कानून का भय नही है. सरकार अपने आप में मस्त है, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को कानून की चिंता नही है, रोज हत्याएं, लूट, बलात्कार हो रहे है.
बैज का आरोप है कि ये सरकार महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने में नाकाम रही है. सरकार और पुलिस से लोगों का भरोसा उठ गया है. इसी कारण दुर्ग में इस घटना के बाद संदिग्ध आरोपी के घर आगजनी की गयी. बलौदाबाजार में एसपी और कलेक्टर कार्यालय जला दिए गए. प्रशासन की नाकामी के चलते लोहारीडीह, बलरामपुर, सूरजपुर के बाद अब दुर्ग में जनता खुद ही न्याय करने सड़क पर उतर गई, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है. दुर्ग की यह घटना राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदारण है. जबसे राज्य में बीजेपी की सरकार बनी है तब से महिलाएं, बच्चियां असुरिक्षत हैं.
घटना के बाद पुलिस का रवैय्या बेहद ही दुर्भाग्यजनक है. वास्तविक अपराधी को पकड़ने की बजाय पुलिस मामले की लीपा-पोती में लगी है. जिसे गिरफ्तार किया गया, अपराधी बताया जा रहा मृतका के परिजन उसे अपराधी मानने को तैयार नहीं है. पुलिस ने घर की महिलाओं और बुजुर्गों के साथ बर्बरता की हदें पार कर दीं, वहीं पुरुष परिजनों पर झूठा अपराध कबूल करने का दबाव बनाया गया. पुलिस घटना को लेकर आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित करने में लगी है.8 लोगों को जेल भेज दिया गया. मृतक बच्ची के वृद्ध दादा को पुलिस ने अमानवीय तरीके से पीटे. मृतिका की बुआ के साथ भी पुलिस ने मारपीट किया, इतनी बेरहमी से मारा गया कि उसके गाल के भीतरी हिस्से में चोटे आई- दीपक बैज, पीसीसी चीफ कांग्रेस
दीपक बैज का आरोप है कि पुलिस ने अपनी विफलता छुपाने के लिए शोक संतप्त परिजनों पर अत्याचार किया है.परिवार की महिलाओं के साथ मारपीट किया. परिवार को पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है. परिजनों की मांग के अनुसार पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए. दुर्ग एसपी को तत्काल हटाया जाए और टीआई को सस्पेंड किया जाए, इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेकर गृह मंत्री अपने पद से इस्तीफा दें. गृहमंत्री अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री तत्काल गृहमंत्री को उनके पद से बर्खास्त करे. दीपक बैज ने कहा कि इस घटना के विरोध में दुर्ग की अबोध निर्भया को न्याय दिलाने कांग्रेस न्याय पथ पर निकलने जा रही है. हम 18 से 21 अप्रैल को दुर्ग से रायपुर तक न्याय यात्रा निकालेंगे. 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया करेंगे.